राजकीय पालिटेक्निक आजमगढ़ का तृतीय दीक्षान्त समारोह जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुआ संपन्न

आजमगढ़- सावित्री बाई फूले राजकीय पालिटेक्निक आजमगढ़ के तृतीय दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि दीक्षान्त समारोह हमारी पुरानी परम्परा रही है, प्राचीन काल में मैसोपोटामिया एवं तक्षशिला विश्वविद्यालयों में दीक्षान्त समारोह आयोजित होते थे तथा हमारी संस्कृति में इसका उदाहरण ऋषि-मुनियों के आश्रम में विद्यार्थी एवं गुरू के बीच शास्त्रार्थ का आयोजन किया जाता था। जिलाधिकारी ने कहा कि अभियन्ता (इंजीनियर) का समाज की सभ्यता एवं संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। दीक्षान्त समारोह के आयोजन से आपको समाज में क्या योगदान करना है, कि रूप रेखा प्रस्तुत की जाती है। जिलाधिकारी ने कहा कि अभियन्ता के बिना समाज का विकास सम्भव नही है। जिलाधिकारी ने उपस्थित युवाओं का आह्वान किया कि आप अपनी ऊर्जा का प्रयोग नौकरी देने में करें एवं उद्यमी बने तभी देश का विकास सम्भव है।उक्त अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित किया गया। वहाॅ पर उपस्थित पालिटेक्निक अंतिम वर्ष के छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, जल संरक्षण पर लघु नाटक प्रस्तुत किया गया।
उक्त अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा सभी ट्रेडों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले छात्रों को मेडल तथा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग में उजाला पाण्डेय प्रथम, पंकज यादव द्वितीय, कु0 शिवानी तृतीय, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में विजयपाल यादव प्रथम, गुड़िया जायसवाल द्वितीय, शिल्पा मिश्रा तृतीय स्थान, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में नमिता यादव प्रथम, नन्दिनी सोनी द्वितीय, करिश्मा यादव तृतीय, सिविल इंजीनियरिंग आजमगढ़ में अश्वनी बरनवाल प्रथम, वैशाली द्वितीय, वैदेही मोदनवाल तृतीय, सिविल इंजीनियरिंग भिलिहीलि में अनुस्मृति प्रथम, पल्लवी गुप्ता द्वितीय तथा पंकज प्रजापति ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी के साथ ही जिलाधिकारी द्वारा पौधरोपण भी किया गया।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य राजकीय पालिटेक्निक इफ्तखारूद्दीन, इंजीनियर कुलभूषण सिंह, डाक्टर आदि उपस्थित रहे।

रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *