आज़मगढ़- महाराजगंज थाना क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में 1.5 लाख का इनामी बदमाश लक्ष्मण यादव ढेर हो गया। बदमाशों के साथ मुठभेड़ में सिपाही भी घायल हो गया है। हालांकि उस दौरान बदमाश का एक साथी फरार हो गया। उस बदमाश की पुलिस कैबिन कर रही है पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। बता दे कि लक्ष्मण यादव काफी शातिर किस्म का अपराधी था उसके खिलाफ पूर्वांचल के कई जिलों में 44 से अधिक मुकदमा पंजीकृत है। बताया जा रहा है कि लक्ष्मण यादव के एक अन्य साथी के साथ अभी भी पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ जारी है। आजमगढ़ के पडोसी जिले अम्बेडकरनगर में आतंक का पर्याय बना डेढ़ लाख का इनामी बदमाश लक्ष्मण यादव आजमगढ़ पुलिस के साथ मुठभेड़ में ढ़ेर हो गया। जिले की सीमा महराजगंज थाना क्षेत्र में गुरुवार की सुबह करीब घंटे भर चले मुढभेड़ के दौरान मारे गए शातिर अपराधी लक्ष्मण यादव का लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास रहा है। लक्ष्मण यादव ने जिले के राजेसुल्तानपुर थाना क्षेत्र में पिछले माह ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया था। जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हुआ था। बदमाशों के साथ मुठभेड़ में सिपाही सुरेन्द्र यादव को भी गोली लगी। अम्बेडकरनगर जिले के राजेसुल्तानपुर रोड के बनकटा गांव के पास आज़मगढ़ पुलिस की स्वाट टीम और थाना पुईस के साथ लक्ष्मण की मुठभेड़ हुई जो की महराजगंज थाना क्षेत्र के नेहरूपुर के बनकटा गांव के पास जा कर समाप्त हुई । एक सप्ताह पूर्व लक्ष्मण यादव ने पूर्व डीआईजी जेपी सिंह के भाई रवि प्रताप सिंह की राजेसुल्तानपुर में हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद उसके ऊपर डेढ़ लाख का इनाम घोषित किया गया था। आतंक का प्रयाय बना लक्ष्मण यादव के मारे जाने से लोगों ने राहत की सांस ली है। पुलिस ने बताया की लक्ष्मण यादव का लम्बा आपराधिक इतिहास रहा है, जिसके ऊपर जनपद आजमगढ़ में 50000 और वही अंबेडकरनगर में 100000 का इनाम घोषित रहा है और उस पर 44 से ज्यादा मुक़दमे दर्ज थे। मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश फरार हुआ है जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़