प्रयागराज- नवरात्र के दुर्गा अष्टमी के शुभ दिवस शक्ति की प्रतीक ऐसी नारियों से साक्षात्कार होने का अवसर प्राप्त हुआ जो अत्यंत ही विस्मयकारी रहा ।
प्रयागराज के केन्द्रीय कारागार में महिला बंदी गृह में निरूद्ध महिला बंदियों से उनके जीवन में घटित हुई घटनाओं व संताप आधारित विषयों पर विचार विमर्श हुआ ।
तदोपरांत प्रयागराज में ही नहीं अपितु सम्पूर्ण प्रदेश में प्रख्यात महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वाभिमानी बनाने हेतु सामाजिक संगठन इनरव्हील क्लब आफ इलाहाबाद ईस्ट के द्वारा केन्द्रीय कारागार में आयोजित एक कार्यक्रम में महिला बंदियों को सिलाई मशीन का वितरण किया ।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक हरि बख्श सिंह ने महिला बंदियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग अपने अन्दर की प्रतिभा को निखारने के लिए कला, संस्कृति एवं निर्माण शैली को अपनाकर कर जीवन को आत्मनिर्भर बनाते हुए समाज में एक संदेश दें कर महिलाओं के लिए आदर्श बन सकती है ।
वरिष्ठ जेलर वी.के.त्रिवेदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि,आज महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर वैश्विक स्तर पर भी अपनी योग्यता का परिचय देते हुए ध्वजा वाहक की भूमिका में हैं । केन्द्रीय कारागार नैनी के महिला बंदियों के लिए जेल प्रशासन शिक्षा, सुधार व स्वाभिमान के लिए हर संभव सहायता हेतु सतत् भूमिका में हैं ।
त्रिवेदी ने बताया कि इन्ही महिला बंदियों के मध्य से ऐसी महिला बंदियां भी है जिन्होंने कारागार में निरूद्ध रहते हुए शिक्षा गृहण कर इतिहास रच दिया ।
वरिष्ठ समाजसेवी एवं आयुर्वेदाचार्य डॉ०बी०के० ने महिला बंदियों को शिक्षा प्राप्त करने व स्वावलंबन बनने हेतु हर संभव सहयोग हेतु स्वीकृति प्रदान किया ।
कार्यक्रम में आबकारी विभाग की अधिकारी प्रियंका मिश्रा, कल्पना शर्मा, इनरव्हील क्लब आफ इलाहाबाद ईस्ट की अध्यक्षा रत्ना जायसवाल, कोषाध्यक्ष सरिता खुराना,वित्त निदेशक सुषमा अग्रवाल, जिला कोषाध्यक्ष रश्मि अग्रवाल के साथ महिला बंदियों व बंदी रक्षकों ने भी भाग लिया ।