राजस्थान/पाली- पेंशनर समाज के पूर्व अध्यक्ष व समाज सेवी प्रभु दास वैरागी ने बालिका विद्यालय में आयोजित शिक्षक दिवस कार्यक्रम में कहा कि भारत में शिक्षक सम्मान की गौरवशाली परंपरा रही है शिक्षक विद्यार्थी को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देकर राष्ट्र निर्माण में सहभागी बने यही शिक्षक दिवस पर अपेक्षा है।
जयंतीलाल ने गुरुवंदना के माध्यम से गुरु को ब्रह्म विष्णु महेश के समकक्ष बताया।
सरस्वती पूजन व डॉ एस राधाकृष्णन की तस्वीर पर माल्यार्पण से प्रारम्भ हुए समारोह में सर्व प्रथम अतिथियों का स्वागत बहुमान किया गया। मनीषा ओझा , मोहनलाल, आकांक्षा,उषा ने डॉ राधाकृष्णन की जीवनी पर प्रकाश डाला। कविता कंवर व सरस्वती पालीवाल के निर्देशन में बालिकाओं ने भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। दृष्टि हीन रुचिता ने भी सुमधुर राग में सरस्वती वंदना गुरु वंदना प्रस्तुत कर समारोह को ऊंचाई प्रदान की। समारोह में प्रधानाचार्य विजय सिंह माली व समाज सेवी प्रभु दास वैरागी द्वारा शैक्षणिक व सहशैक्षणिक गतिविधियों में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए प्रकाश परमार, महावीर प्रसाद, मधु गोस्वामी, प्रकाश सिसोदिया, वीरम राम चौधरी, कविता कंवर सरस्वती पालीवाल को साफा शाल माला व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। विद्यार्थियों ने भी अपने गुरुजनों का बाहुमान किया व आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर भाषण निबंध व चार्ट निर्माण प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमें प्रथम द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को प्रधानाचार्य विजय सिंह माली ने पारितोषिक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। मंच संचालन प्रकाश सिसोदिया व साक्षी चारण ने किया।
बारहवीं कक्षा की बालिकाओं ने प्रधानाचार्य, शिक्षक की भूमिका का निर्वहन कर शिक्षण कार्य करवाकर उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में देश सेवा करने का संकल्प लिया।
उल्लेखनीय है कि भारत के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ राधाकृष्णन के जन्म दिवस को प्रति वर्ष शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
पत्रकार दिनेश लूणिया