आजमगढ़- गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहित की गयी किसानों की जमीन का उचित मुआवजा न दिये जाने के विरोध में शनिवार को लोगों ने जिलाधिकारी को पूरे मामले से अवगत कराया और कहाकि किसानों को उचित मुआवजा दिया जाय। क्योंकि यह किसान मुख्यालय से काफी दूर है यहां के लोगों की आजीविका मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है।
बताया कि विधानसभा क्षेत्र अतरौलिया से गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहित की गयी किसानों की कृषि योग्य भूमि का उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण किसानों में आक्रोश है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे में अधिग्रहित की गयी किसानों की भूमि का सर्किल रेट बहुत कम है जबकि अतरौलिया बाईपास पर एनएच 233 के लिए अधिग्रहित की गयी कृषि भूमि पर सर्किल रेट 1500 से 2500 रूपये प्रतिवर्ग मीटर की दर से किसानों को भुगतान किया गया था। इसके सापेक्ष गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर इन्ही कृषि योग्य भूमि का मुआवजा 295 रूपये प्रति वर्ग मीटर की दर से भुगतान निर्धारित किया गया है,किसानों के साथ यह बहुत बड़ा अन्याय है। उनके साथ दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है। किसान अपनी समस्याओं से कई बार जिला प्रशासन से अवगत कराया लेकिन किसी ने संज्ञान में नहीं लिया। उन्होने कहाकि यह क्षेत्र जिला मुख्यालय से काफी दूर एवं पिछड़ा हुआ है। यहां के लोगों की आजीविका का मुख्य स्रोत कृषि ही है। इसलिए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहित की गयी भूमि का मुआवजा एनएच 233 के मुआवजे को ध्यान में रखकर ही दिलाया जाय।
रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़