डीएम की अध्यक्षता में कलेक्टेट सभाकार में हुई बैठक संपन्न

आजमगढ़- जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला टास्क फोर्स के अन्तर्गत विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 01 जुलाई से 31 जुलाई 2019 तक आयोजन तथा संचारी रोगों एवं दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु विभिन्न विभागों का उत्तरदायित्व निर्धारण करने हेतु बैठक सम्पन्न हुई। उन्होने बताया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का उद्देश्य है कि संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण तथा सफाई, कचड़ा निस्तारण, जल भराव रोकने तथा शुद्ध पेयजल उपलब्धता एवं प्रचार प्रसार करना। उन्होने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार से संबंधित रोकथाम एवं नियंत्रण गतिविधियों हेतु जनपद, ब्लाक तथा पंचायत,ग्राम स्तरों पर सभी विभागों के बीच नोडल विभाग का कार्य करेगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों के कार्यालयाध्यक्षों से कहा कि उपरोक्त से संबंधित अपनी कार्ययोजना बनाकर 25 जून 2019 तक उपलब्ध करा दें। उन्होने कहा कि 26 जून 2019 को प्राप्त हुए कार्ययोजना को डब्ल्यूएचओ,यूनीसेफ को उपलब्ध करा दिया जायेगा। उन्होने सभी संबंधित विभागों से कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफल बनाने के लिए आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें तथा अभियान को सफल बनायें। जिलाधिकारी ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायत राज विभाग,ग्राम्य विकास विभाग, पशुपालन विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, दिव्यांग कल्याण विभाग, समाज कल्याण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग को जिम्मेदारी दी गयी है। उक्त अभियान को सफल बनाने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार केसेज की निगरानी, रोगियों के उपचार की व्यवस्था, रोगियांे के निःशुल्क परिवहन हेतु रोगी वाहन सेवा की व्यवस्था, नगर स्वास्थ्य विभाग द्वारा नगरीय क्षेत्र में वातावरणीय तथा व्यक्तिगत स्वच्छता के उपयोग खुले में शौच न करने, शुद्ध जल के प्रयोग तथा मच्छरों के रोकथाम हेतु जागरूकता अभियान चलाना, खुली नालियों को ढ़कने की व्यवस्था, नालियों,कचरों की सफाई करवाना, शहर क्षेत्रों में फाॅगिंग करवाना, हैण्डपम्पों के पाइप के चारो कंकरीट से बन्द करना, हैण्डपम्पों के पास अपसिस्ट जल के निकलने हेतु सोप किट का निर्माण, सड़कों के किनारे उगी वनस्पतियां को नियमित रूप से हटाया जाना, संवेदनशील क्षेत्रों तथा शहरी मलीन बस्तियों में प्रचार प्रसार करना, पंचायती राज,ग्राम्य विकास विभाग द्वारा ग्राम स्तर पर साफ-सफाई, हाथ धोना, शौचालय की सफाई तथा घर से जल निकासी हेतु जन जागरण के लिए प्रचार प्रसार करना, संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार के रोकथाम हेतु क्या करें, क्या न करें का सघन प्रचार प्रसार करना, जलासयों एवं नालियों की नियमित सफाई, ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा फण्ड से फाॅगिंग की व्यवस्था कराना, ग्रामों में कूड़ेदानों की स्थापना कराना, पशुपालन विभाग द्वारा सूकर पालन स्थल पर वेक्टर नियंत्रण एवं सीरो सर्विलेन्स की व्यवस्था करना, सूकर बाड़ा मनुष्य की आबादी से दूर स्थापित करवाना, सूवर पालकों को बाड़े की साफ सफाई, कीटनाशक छिड़काव एवं जाली से ढ़कने हेतु प्रशिक्षित किया जाना, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार हेतु प्रशिक्षण प्रदान कर सेन्सिटाईज किया जाना, संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार हेतु जन जागरण अभियान यथा दस्तक अभियान में स्थानीय एएनएम तथा आशा कार्यकत्रियों को सहयोग करते हुए कार्यक्रम में सक्रिय सहयोग प्रदान करना, शिक्षा विभाग द्वारा हर दिन प्रार्थना सभा में बच्चों को दिमागी बुखार संदेश बतायें, विशेषकर सुरक्षित पीने का पानी, शौचालय का प्रयोग, खुले में शौच से नुकसान, साबुन से हाथ धोना आदि पर विशेष जोर दें, कृषि एवं सिंचाई विभाग द्वारा मच्छर रोधी पौधों को उगाया जाना, उक्त क्रियाएं कराने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया। इस अवसर पर सीएमओ डाॅ0 एके मिश्रा, सीएमएस जिला महिला अस्पताल डाॅ0 अमिता अग्रवाल, नोडल अधिकारी वीबीडी एवं संचारी रोग डाॅ0 एके सिंह, डिप्टी सीएमओ डाॅ0 वाईके राय, समस्त संबंधित एडीशनल सीएमओ तथा एमओआईसी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

रिपोर्ट:-राकेश वर्मा आजमगढ़

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