रुड़की।शुक्रताल से पधारे पुष्कर कृष्ण जी महाराज ने कहा कि कलयुग में भागवत कथा सुनने का बड़ा महत्व है और हमें ईश्वर को अगर पाना है तो वेद पुराण और शास्त्रों के माध्यम से धर्म को पहचानना होगा।आवास-विकास स्थित चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन पुष्कर कृष्ण जी महाराज ने भक्तों को प्रवचन करते हुए कहा कि यदि ईश्वर को जानना है तो ज्ञान इसका सबसे बड़ा साधन है और यह ज्ञान हमें कथाओं में जाने से से ही प्राप्त हो सकता है।उन्होंने ठाकुर जी महाराज की महिमा का वर्णन किया तथा कहा कि हमें अपने अंदर का अहंकार और क्रोध का त्याग कर अपने आप को ईश्वर को समर्पित कर अपनी वाणी, आंखें,मन,हाथ,पैर और शरीर के तमाम अंगों को भगवान के लिए समर्पित कर श्रेष्ठ जीवन जीने का संकल्प लेना चाहिए और यह श्रेष्ठ जीवन तभी संभव हो सकता है जब हम अपने मन और विचार से इस जग के तमाम प्राणियों के लिए कुछ अच्छा कर सकें।स्वयं को ईश्वर के प्रति समर्पित कर सकें।कथा में पहुंचे भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री गौरव गोयल तथा व्यापारी नेता अरविंद कश्यप ने महाराज जी का आशीर्वाद लिया तथा महाराज जी द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया गया।इस अवसर पर संजय कश्यप,रीमा बंसल,सचिन कश्यप,रीमा बंसल, कमलेश,वंदना,मंजू गर्ग,सरोज बाला,आरती कश्यप,सुभाष गर्ग, बालेश्वर एडवोकेट,मुकेश बंसल, महेश खन्ना,इमरान देशभक्त आदि बड़ी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।
– रूडकी से इरफान अहमद की रिपोर्ट