हरिद्वार/रुड़की- आरोप को सही माने तो मौजूदा भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा द्वारा रुड़की नगर पालिका चैयरमैन रहते रामनगर क्षेत्र में अपनी ही बिरादरी पंजाबी समाज के लोगों को पालिका की 23 दुकानों के आवंटन में बड़ा खेल करते हुए कई लाख रुपये कथित रूप से डकार लिए गए। इससे नगर पालिका(अब नगर निगम)को तो बड़ी धनहानि हुई ही,मामला कोर्ट में जाने के बाद अब अलॉट की गई दुकानों को खाली करने का आदेश हाईकोर्ट से होने के बाद इन सभी दुकानदारों की रोजी रोटी दिक्कत में आ गयी है। कथित रूप से रिश्वत के रूप में प्रति दुकानदार द्वारा दी गयी साढ़े तीन लाख की रकम वापसी की मांग को लेकर उक्त पंजाबी व्यापारी नगर विधायक प्रदीप बत्रा के घर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। आरोप है कि धरना शुरू होने से पूर्व व्यापारियों के साथ विधायक ने अपने घर पर दुर्व्यवहार किया और कथित रूप से एक दुकानदार को थप्पड़ मारने की धमकी भी दी। खबर लिखे जाने तक व्यापारियों का धरना जारी है और कुछ व्यापारियों द्वारा कोर्ट से उनके पक्ष में आज कोई निर्णय आने की अपुष्ट जानकारी भी दी गयी है।
आज जारी घटनाक्रम को जानने से पहले 2012 के दुकान आवंटन की बाबत जान लेना जरूरी है। दरअसल इन दुकानदारों ने बताया कि रामनगर में पालिका की पहले से स्थित दुकानों की छत का आवंटन हुआ था। इसमें आरोप है कि 23 दुकानों की जगह के लिए प्रति दुकानदार साढ़े तीन लाख रुपये लिए गए। हालांकि पालिका से हर दुकानदार को रसीद 75 हजार रुपये की ही मिली। तय शर्त अनुसार हर दुकानदार ने अपनी दुकान का निर्माण खुद ही किया। 2013 में रुड़की नगर निगम बनने के बाद यह मामला तत्कालीन बोर्ड के सामने आया तो तब निगम को दुकान आवंटन में बड़ी धनहानि की बात उजागर हुई और निगम ने दुकानों का आवंटन निरस्त करने की ओर कदम बढ़ा दिए। बाद में मामला कोर्ट में चला गया और तब से दुकानदार परेशानी का सामना कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनका क्या दोष है वह तो पूरे पैसे देकर दुकान आवंटन कराए थे।
खैर अब हाईकोर्ट ने दुकानों को खाली करने के आदेश व्यापारियों को दिया है।
इस पर आज यह पंजाबी बिरादरी के दुकानदार नगर विधायक प्रदीप बत्रा के घर पर पहुंचे। जहां नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने उन्हें वहां से हट जाने की बात कही। व्यापारियों का कहना है कि जब तक हमें हमारी दुकान या हमारा पैसा वापस नहीं मिलेगा तब तक हम धरने पर अनिश्चितकाल बैठे रहेंगे। सुबह कुछ देर इनकी विधायक के घर वार्ता हुई। आरोप है कि इस दौरान विधायक ने एक दुकानदार को थप्पड़ मारने की धमकी भी दी। बाद में यह सभी विधायक के घर के बाहर धरने पर बैठ गए। विधायक के कहने पर कोतवाली पुलिस भी यहां पहुंच गई। इस दौरान धरने पर बैठने वालों में राजकुमार गुलाटी, किशन गोपाल आहूजा, मनीष आहूजा, किशन लाल अरोड़ा, चन्द्र मोहन सिंह, मुरली कुमार,तरुण,जसविंदर सिंह, ब्रजमोहन, पवन कुमार, अमर जोशी, विवेक मल्होत्रा, सुमित माहेश्वरी,अजय महेश्वरी, देवीलाल,पुष्पेंद्र कुमार के साथ ही व्यापार मंडल अध्यक्ष अरविंद कश्यप के साथ ही दुकानदारों के परिवारों की कुछ महिलाएं भी धरने पर हैं। दुकानदारों द्वारा आज इस मामले की कोर्ट में तारीख के दौरान उनके पक्ष में कोई निर्णय आने की अपुष्ट जानकारी भी दी गयी है। मामला बिरादरी के ही दुकानदारों का होने के कारण विधायक की शहर में काफी किरकिरी हो रही है। प्रकरण को लेकर प्रदीप बत्रा से सम्पर्क का प्रयास किया गया,किन्तु सम्पर्क नही हो पाया।
बोर्ड से वसूली का नियम
इस मामले को लेकर पूर्व पार्षद प्रद्युम्न पोसवाल का कहना है कि उनकी सहानुभूति दुकानदारों के साथ है। इस मामले में बोर्ड का नियम यह है कि यदि निगम को कोई घाटा हुआ है तो जिस बोर्ड के कारण घटा हुआ,और चैयरमैन सहित जिन सदस्यो ने सहमति दी उनसे ही वसूली की जाए।
– रूडकी से इरफान अहमद की रिपोर्ट