एक ओवरब्रिज की दरकार:12 घण्टे बन्द रहता है रेलवे फाटक ग्रामीणों को झेलनी पड़ती है मुसीबत

*साहब गेट मैनवा शाम के गेटवा बन्द करके चल जाला घरे होला बहुत दिक्कत नाही सुनले अब तक कौनो अधिकारी…..ग्रामीण

वाराणसी/जंसा -पीएम के संसदीय क्षेत्र अंतर्गत सेवापुरी विकास खण्ड के सोनबरसा-गोराई मार्ग पर स्थित रेलवे फाटक लोगो के लिए आफत बनते चले जा रहे हैं।क्योंकि 24 घण्टे में से ये फाटक लगभग 12 घण्टे बंद ही रहताहैं।फाटक बंद रहने से व मुख्य मार्ग होने के चलते इस फाटक के दोनों ओर आने जाने वाले वाहनों की लाइन आप हर समय देख सकते हैं जिससे न सिर्फ आम राहगीरों को बल्कि इस जाम में फंस कर कई बार एम्बुलेंस, पुलिस वाहन,अग्निशमन वाहन समय से पीड़ित तक नही पहुंच पाते,पर इस गम्भीर समस्या पर न किसी राजनीतिक दल की बल्कि किसी भी समाजिक संस्था की नजर नही जाती।जबकि इसी फाटक के बन्द होने के कारण हर रोज कई जनप्रतिनिधि लगभग 15 किलोमीटर की दूरी तय करके गंतव्य तक पहुँचते है, अधिकारी आदि घण्टो फंसे रहते हैं पर उसके बावजूद भी उनके कान पर जूं तक नही रेंगती।बताते चले की गाँव के बीच मे स्थित इस रेलवे फाटक के दोनों ओर घनी आबादी ही नही बल्कि ये भदोही-वाराणसी सम्पर्क मार्ग होने के साथ साथ दर्जनो गांवो को ये रास्ता जाता है,जिस कारण इस मार्ग पर 24 घण्टे आवगमन रहता है,पर बीच मे पड़ने वाले इस रेलवे फाटक ने लोगो का जीना दुश्वार किया हुआ है,हर बार बन्द होने के बाद ये फाटक 15-25 मिनट बाद ही खुलता है पर वो भी केवल कुछ मिनट के लिए कभी कभी तो कई वाहन काफी इंतज़ार के बाद फाटक पार भी नही कर पाते की ये फिर से बन्द हो जाते हैं।आम चुनाव भी बीत गए और आगामी लोकसभा चुनाव भी आ गयी पर किसी भी राजनीतिक दल/उम्मीदवार ने इन फाटकों पर ओवरब्रिज को मुद्दा नही बनाया न ही इसका जिक्र किया।जबकि ग्रामीणों के बीच जाम,परेशानी तनाव आदि से बचाने को एक ओवरब्रिज की दरकार यहां सालो से बनी हुई है,पर सेवापुरी क्षेत्र में पनप रहे तमाम तरह के जनप्रतिनिधियों की नजर इस ओर न होकर केवल अपने।निजी विकास तक ही सीमित बनकर रह गयी है।ग्रामीणों ने बनारस के सांसद नरेन्द्र मोदी व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा का ध्यान आकृष्ट कराते हुए माँग किया है कि जल्द से जल्द समस्या का समाधान नही हुआ तो आगामी लोकसभा चुनाव का ग्रामीण बहिष्कार करने को बाध्य होंगे।

रिपोर्ट:-एस के श्रीवास्तव विकास जंसा वाराणसी

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