वाराणसी- चांदपुर बिजली विभाग का 48 घंटे में ट्रान्सफार्मर बदलने का दावा फेल साबित हो गया है। बिजली की लो वोल्टेज की कुछ व्यवस्था में थोड़ा सा सुधार तो हुआ लेकिन बिजली आपूर्ति और ट्रान्सफार्मर बदलने की स्थिति खराब हो गयी है। ट्रान्सफार्मर के अभाव में चांदपुर के कलेक्ट्री फार्म उप कृषि निदेशक शोध परिसर विगत दस दिनों से अंधेरे में है।
प्रदेश सरकार ने शहर में 48 व ग्रामीण क्षेत्र में 72 घंटे में खराब ट्रांसफार्मर नहीं बदले जा रहे हैं। जिले की स्थिति यह हो गयी है कि अधिकारी खराब ट्रांसफार्मरों को बदलने से हाथ खड़ा दिया है। कहते हैं यहां से लिखकर दे देंगे। वाराणसी स्थित स्टोर से जाकर लेना होगा।
इस परिसर मे लगे ट्रांसफार्मर विगत दस दिनों पहले हल्की आंधी आने से गिर गई बदलने के लिए विभाग के टोल फ्री नम्बर 1912 पर सूचना दी लेकिन अभी तक बदला नहीं गया। इसके अलावा संबंधित जेई और एसडीओ को भी टेलिफोनिक सूचना भी दी गई।
दस दिनों से ट्रान्सफार्मर गिरने से सूख रही यहां विभिन्न प्रकार की शोध की लगाई गई फसले।
सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि जरा आंधी पानी गिरते ही बिजली विभाग की भर्राशाही की पोल खुली और बिजली गोल हो गई। कहाकि हर साल मेंटेनेंस होता है उसके बावजूद बिजली चाहे जब गोल हो जाती है। बिजली पोल को ठेकेदारों ने सिर्फ मिटटी खोदकर खड़ा कर दिया है गुणवत्ताहीन निर्माण के चलते विपरीत मौसम में इसकी कलई खुल जाती है। हमेशा लोग दुर्घटना की आशंका के बीच रहते है कब पोल गिर जाए तार टूट जाए यह भरोसा नही रहता। श्री गुप्ता ने एसडीओ जेई और जिलाधिकारी को इसकी सूचना दे कर तत्काल ट्रांसफार्मर लगाकर बिजली बहाल कराने की मांग रखी है।
रिपोर्ट:-महेश पाण्डेय के साथ (राजकुमार गुप्ता) वाराणसी