शाहजहांपुर – चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद आचार सहिंता लागू हो गई है। इसी के चलते यूपी के शाहजहांपुर में डीएम और एसपी खुद सङको पर उतर आये। यहां उन्होंने अपनी मौजूदगी मे बैनर पोस्टर हटवाए। खास बात ये है कि यहां सबसे पहले जिला प्रशासन का चाबुक कैबिनेट मिनिस्टर के होर्डिंग्स पर चला। उसके बाद भारी पुलिस बल नगर निगम की टीम के साथ बैनर पोस्टर उतारे गए।झंडा लगी गाड़ी को सीज करने का निर्देश दिया। इसके अलावा झंडा लगी गाड़ी को रोकने की कोशिश की तो उसने गाड़ी की स्पीड बङा दी। जिसके बाद डीएम ने उसको भी सीज करने के आदेश दिए। दरअसल चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद शाहजहांपुर के डीएम अमृत त्रिपाठी एसपी एस चिनप्पा समेत नगर निगम की टीम और भारी पुलिस पर सङको पर उतर आया। यहां उन्होंने चुनाव आचार सहिंता का उल्लंघन मानते हुए दिवारों और बिजली के खंबो पर लगे होर्डिंग्स बैनर पोस्टर को हटवाया। इतना ही नही सबसे खास बात ये है कि जब डीएम और एसपी होर्डिंग्स हटवाने पहुचे तो उनके सामने नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार खन्ना का पोस्टर आ गया। लेकिन आचार संहिता लागू हो चुकी है। इसलिए सबसे पहले कैबिनेट मिनिस्टर के होर्डिंग्स पर चाबुक चला। और उसको हटवा दिया गया। उसके बाद करीब तीन किलोमीटर पैदल चलकर डीएम और एसपी ने अपनी मौजूदगी मे होर्डिंग्स हटवाए। उसके बाद डीएम और एसपी ने खुद संदिग्ध रूप से फर्राट भर रही बाईकों को रोकना शुरू किया। उनकी तालशी ली गई। तभी बीजेपी नेता की गाड़ी दिखी जिस पर बीजेपी का झंडा लगा था। डीएम और एसपी ने खुद उनसे झंडा उतारने के लिए कहा। बीजेपी नेता बोले उनको मालूम नही था। फिर क्या था कांस्टेबल ने झंडा उतारा और डीएम ने गाङी सीज करने के निर्देश दे दिए। तभी दूसरी गाङी पर झंडा लगा देखा तो डीएम ने उसको रूकने का इशारा किया। लेकिन भारी पुलिस बल देखकर गाड़ी को भगा दिया। तभी डीएम ने फौरन गाड़ी नंबर लिखकर गाड़ी को सीज करने के आदेश दिए। उसके बाद एसपी के आदेश पर गाड़ी को पकड़ने के लिए वायरलेस कर दिया गया। वही जिलाधिकारी का कहना है कि ऐसे मे अब किसी तरह के होर्डिंग्स बैनर पोस्टर नही लगाए जाएंगे। इसलिए अभी से इन सब पोस्टर को उतारा जा रहा है। अगर चुनाव आचार सहिंता का उल्लंघन करता कोई पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अंकित कुमार शर्मा