भदोही-रोएगा जब उम्मती खैरुल वरा के सामने।आक़ा मैं शर्मसार हूँ अपने खता के सामने। कुछ ऐसे ही अशआर के साथ बुधवार को भदोही रेलवे स्टेशन से 40 आशिकाने खैरुल वरा स. हाफिज अनस व हाफिज इरफ़ान चिश्ती के कयादत मे उमरा शरीफ के लिए रवाना हुए। जिनमे आशिके रसूल स. कारी गुलाम महमूद हबीबी कबीर शाह अब्दुल वहीद ननकू मुल्ला हाशिम सिद्दीक़ी हाजी मुश्ताक याकूब खां व हाफिज अनस सहित ख्वातीने इस्लाम मेहमान रसूले अकरम स. बन कर भदोही रेलवे स्टेशन से रवाना हुए। वहीं मेहमाने शमशुद्दोह बदरूद्दोजा स. से मुलाक़ात करने आये अध्यक्ष खुद्दामे हज समिति उ.प्र.व ज़िला हज ट्रेनर हाजी आज़ाद खां बापू व समिति के सदस्य हाफिज मेराज आफताब अंसारी सहित पूर्व विधायक ज़ाहिद बेग ने गले मिल कर दुआ की दरख्वास्त की और पुरनम आँखों से दयारे हबीब के लिए विदा की।और कहा परवरदिगार उमरा पर जाने वालो का सफ़र आसान कर। तो वहीँ लोगो ने बुधवार को अलसुबह उमरा पर जाने वाले गुलामाने खैरुल वरा स. को फूल माला पहना कर मदीने के मुसाफिर को सुनहरी जाली मुबारक हो की सदाओं के साथ पुरनम आँखों से विदा किये।और आशिकाने महबूबे किब्रिया स. से दुआ की दरख्वास्त की तो वहीँ दोस्त अहबाब रिश्तेदार नातेदार पड़ोसी तथा घर के तमामी लोग मेहमाने खैरुल वरा स.के दस्ते मुबारक का बोसा लेते हुए विदा किया। वहीं हाजी आज़ाद ने उमरा पर जाने वाले गुलामाने शहे अबरार स.को दिल की गहराईयों से मुबारक बाद देते हुए उमरा के अरकान और मदीने की गलियों के खुशबुओं के बारे मे बताया। कहा मदीना शरीफ की बात ही निराली है। वहां पहुँचने के बाद फिर वापस आने का मन ही नहीं करता। आशिकाने मुस्तफा को विदा करने वालो में हाजी मुमताज़ राईन आज़म खां अब्दुल मजीद फ़ैयाज़ भदोहवी नेहाल हबीबी काजिम हाश्मी सरवर हाश्मी नाजिम सिद्दीक़ी दानिश सिद्दीक़ी जमशेद आलम आदि लोगो ने दिली मुबारकबाद देते हुए मुल्क में अमन शान्ति के लिए दुआ की दरख्वास्त की। भदोही रेलवे स्टेशन पर हज़ारो शैदाई अपने अज़ीज़ो अक़ारिब उमरा पर जाने वालो को नम आँखों से मदीने शरीफ के लिए रवाना किया जिनमे बच्चे औरतें भी काफी तायेदाद में मौजूद रही। ट्रेन आने पर रेलवे स्टेशन नारे तकबीर अल्लाहु अकबर सुनहरी जाली मुबारक हो की सदाओं से गूंज उठा।
पत्रकार आफताब अंसारी