वाराणसी- रोहनिया आराजी लाईन क्षेत्र के ईटही, मरूई, ढोढही, जमुनीपुर आदि गांव में ज्ञानपुर नहर टूटने से कई किसानों की कई एकड़ गेहूं, मटर, सरसो व नगदी फसल के रूप मे मिर्च, टमाटर अन्य सब्जियों की फसल बर्बाद हो गई। जैसे ही किसानों को पता लगा तो उन्होंने तुरंत मोगे को बंद करने के लिए भरसक प्रयास किया। काफी मशक्कत के बाद नहर के मोगे को बंद नही कर पाये।
पीडित किसानों ने सिंचाई विभाग को संपर्क कर मामले की सूचना दी लेकिन तब तक लगभग सैकड़ो एकड़ में लगी उक्त फसल, सब्जियां जलमग्न होकर नष्ट हो गई जिससे उनमें भारी रोष है। किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। पीड़ित किसान जटाशंकर सिंह, आशीष सिंह, अखिलेश सिंह राजपूत, कृष्ण मोहन पाल, खिलोधर सिंह, राजेश यादव, मंगरू यादव, भग्गू यादव, वीरेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, शोभा सिंह, राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, कमलेश, परावन, पुनवासी, महेंद्र गुप्ता, लालमन राजभर, कमला सिंह, कल्लू सिंह, विनोद सिंह, भगवानदास सिंह, इंद्रबली सिंह, जगदीश पटेल, सुखराम राजभर आदि ने आरोप लगाया कि यह सब विभाग की लापरवाही के चलते हुआ है क्योंकिं नहर को बिना चैक किए ही इसमें पानी छोड़ दिया गया। जिससे नहर उक्त दर्जनों गांव के पास खेतों में टूट गया। यदि अगर नहर को ठीक से चैक करके छोड़ा जाता तो ये घटना घटित न होती। इस कारण उनकी फसलें, सब्जीयां पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं जिसकी जिम्मेवारी विभाग की है। किसानों ने मांग की है कि उन्हें प्रति एकड़ तीस हजार रुपये एकड़ मुआवजा दिया जाए ताकि वे अपने परिवार के गुजर बसर कर सके।
इस संदर्भ में सोमवार को राजातालाब तहसील में किसान कांग्रेस कमेटी ने एसडीएम राजातालाब को 3 सूत्री मांग पत्र सौंपकर मांग किया है कि सरकार किसानों की समस्या का समाधान करते हुए उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए अन्यथा कांग्रेस कमेटी किसानों के साथ में व्यापक आंदोलन की चेतावनी दी है।
प्रतिनिधिमंडल में देवेंद्र पटेल नेशनल कोऑर्डिनेटर कांग्रेश, प्रिया ग्रेवाल, आरसी पांडेय, आलोक पांडे, राम सुधार मिश्र, रवि जाधव बच्चा लाल सेठ, विनय शंकर राय, नीरज पांडे संजीव सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय के साथ (राजकुमार गुप्ता) वाराणसी