बिहार/राघोपुर(वैशाली) पुलिस किस हद तक भ्रष्टाचार मे लिप्त है इसका ताजा उदाहरण राघोपुर थाना काण्ड संख्या -99/2018 के नामित हत्यारोपीत तीन अभियुक्तो मे से महिनो बीत जाने पर भी पुलिस एक की भी गिरफ्तारी तो नही कर सकी ,परंतु एक अभियुक्त सुरेन्दर राय,जो दबंग,पैसा-पैरवी बाला है,का नाम सर्वेक्षण रिपोर्ट मे हटा दिया गया है। अभियुक्तो की गिरफ्तारी मे शिथिलता और नाम हटाने मे शीघ्रता यह है वैशाली पुलिस के कार्यप्रणाली की पारदर्शिता। ज्ञात हो कि गौड़ी साह हत्या काण्ड मे सीर्फ तीन ही नामजद अभियुक्त है जिसे प्रत्यक्षदर्शियो ने देखा और पहचाना था।जो कपड़ा से मुह ढके था,पहचान नही पाने के कारण किसी निर्दोष का नाम न पड़ जाये इस हेतु अज्ञात नकाबपोश दर्ज कराया गया। गौड़ी साह हत्या के बाद हत्या के नामजद आरोपी ,जो घर छोड़कर भागा रहता था,अब कमर मे पिस्टल खोंस कर मृतक के घर के पास से गुजरता है,खुलेयाम पैसा-पैड़वी के बदौलत नाम कटवा लेने का शेखी बघारता है और धमकी देता है कि बाप को मारे तो केश किया है,अब बेटा की बाड़ी है। जो केश किया है और जो गवाह है ,सब को होश ठिकाना लगा देंगे। अभियुक्त के इस दबंगई से मृतक गौड़ी साह के पुत्र एवं पुरा परिवार दहशत मे है तथा प्राण रक्षा हेतु गाॅव से पलायन करने सोच रहे हैं।जैसे ही कोई ठिकाना मिलेगा ,ए सपरिवार घर छोड़ देंगे।अभियुक्तो के द्वारा केश मे गवाही न देने तथा केश से अभियुक्तो का नाम हटवाने का दवंगतापर्वक दबाव बनाया जा रहा है।
रिपोर्ट : मोहम्मद शाहनवाज अता- जन्दाहा, वैशाली
यह कैसा सुशासन कातिल को गिरफ्तार करने से डरता है प्रशासन
