भ्रष्टाचार की आवाज़ उठाना बीजेपी नेता व शराब कारोबारी को पड़ा महंगा:जबरन कार्रवाई पर जुटा विभाग

हरदोई- उत्तर प्रदेश में योगी सरकार भले ही भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की बात करती हो लेकिन सरकार के नुमाइंदे सरकार की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने पर भाजपा के ही कार्यकर्ता पर अब विभाग कार्यवाही के मूड में आ गया है जिसे जबरन तौर पर फसाने के प्रयास में इस समय आबकारी विभाग लगा है।

दरअसल हरदोई जनपद में सप्लाई होने वाली देशी शराब की पेटी से आबकारी विभाग प्रति पेटी साढे ₹53 की वसूली करता था इस बात का आरोप लगाकर मेसर्स रामकुमार अग्रवाल देशी शराब के व्यवसायी कुलदीप अग्रवाल इस बात का डट के विरोध किया था और इसको तकरीबन दो महीने पहले सोशल साइट पर वायरल करने के साथ साथ सीएम से लेकर तमाम जिम्मेदारों को इस भ्रष्टाचार की कहानी से रूबरू कराने का प्रयास किया था चीजें तेजी से वायरल हुई और जो शिकायत की गई उसकी जांच भी तेज हुई लिहाजा आबकारी विभाग में हड़कंप मच गया दो महीनों में आबकारी विभाग पर कार्यवाही तो अब तक किसी पर नहीं हुई लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारी अब भ्रष्टाचार की मुहिम को आगे बढ़ाने वाले के खिलाफ उतर आए हैं।

आबकारी विभाग के गोदाम में उस वक्त खलबली मची जब रामपुर से डीसीएम में देशी शराब की 900 पेटियां आई और मैसर्स राम कुमार अग्रवाल के यहां उतरने लगी, सुबह 9:00 बजे आई डी सीएम में लदी पेटियों को उतारने की परमिशन जब आबकारी इंस्पेक्टर आरएस सरोज से ली गई तो उन्होंने मौखिक अनुमति देकर पेटियां उतारने का आदेश दे दिया, सुबह 11 बजे जब 900 पेटियों में से जब 155 पेटी गोदाम में उतर गई तो बगल में स्थित दफ़्तर से निकल कर आबकारी इंस्पेक्टर आरएस सरोज अपने लाव लश्कर के साथ पहुंच गए और उन्होंने पेटियां उतारने पर पाबंदी लगा दी वजह पूछने पर पता चला कि वह सरकारी माल बगल में ही स्थित रामसेवक गुप्ता के सरकारी गोदाम का है, जिसको रामकुमार अग्रवाल के गोदाम पर उतारा जा रहा था आबकारी विभाग ने गोदाम में लगी पेटियों को सीज कर दिया इसके अलावा जो माल रह गया था उसको कब्जे में ले लिया है और अब धारा 60 के तहत कार्यवाही करने की बात कहीं जा रही है वहीं पीड़ित कुलदीप अग्रवाल का कहना है कि आबकारी विभाग के खिलाफ भ्रष्टाचार की आवाज उठाने का सिला उसे मिल रहा है विभाग तरह तरह से उसे प्रताड़ित कर रहा है उसके गोदाम से जो भी शराब दुकानदार माल लेने आते हैं विभाग उनसे माल न लेने के लिए जोर देता है अन्यथा की स्थिति में उन पर कार्यवाही करने की बात करता है।
अब सवाल यह उठता है कि भ्रष्टाचार की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार में भ्रष्टाचार को दूर करना बहुत दूर की कौड़ी नजर आता है, यहां तो भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना ही किसी मुसीबत से कम नहीं है।

– हरदोई से आशीष सिंह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *