लखनऊ- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब सबसे पहले मुगलसराय का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर रखा तो एक बात साफ हो गई कि उनकी प्राथमिकता मुस्लिम नाम वाले शहरों के नाम बदलना है। इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदलने के बाद इन कयासों पर अब पूरी तरह से मुहर लग गई। इसलिए लोगों ने प्रदेश के कई और जिलों के नाम बदलने की मांग बुलंद की है। मांग करने वालों का तर्क है कि प्रदेश में कई और जिले ऐसे हैं जिनके मुस्लिम नाम हैं। इसलिए मुख्यमंत्री को यहां के नाम भी बदलने चाहिए। आपको बताते हैं कि उत्तर प्रदेश के ऐसे कौन से जिले हैं जिनको बदलने की मांग उठ रही है।
लखनऊ : बीते दिनों बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मणपुर करने की बात कही थी। लालजी टंडन के मुताबिक लखनऊ को लक्ष्मण ने बसाया था। पहले यहां का नाम लक्ष्मणपुर और लक्ष्मणावती था, बाद में इसे लखनपुर भी कहा जाने लगा। नाम बदलते-बदलते इसे अंग्रेजी में लखनऊ कहा जाने लगा।
सुल्तानपुर : ऐसा माना जाता है कि भगवान राम के बेटे कुश ने सुल्तानपुर की स्थापना की थी। इसलिए इसका नाम कुशपुरा या कुशभवनपुर किए जाने की मांग तेज हो रही है।
अकबरपुर : अंबेडकर नगर जिले का मुख्यालय अकबरपुर है। मायावती ने अपना सरकार के दौरान साल 1995 में फैजाबाद से काटकर अंबेडकर नगर जिले का निर्माण किया था। माना जाता है कि यहां राजा दशरथ ने श्रवण कुमार पर तीर चलाया था। इसलिए इसका नाम भी बदलने की मांग उठ रही है।
यह जिले भी शामिल
इन जिलों के अलावा गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, गाजीपुर, अलीगढ़, फिरोजाबाद, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, मिर्जापुर, आजमगढ़ और फतेहपुर सीकरी जिले भी ऐसे हैं जो मुस्लिम नामों पर रखे गए। योगी सरकार द्वारा मुगलसराय, इलाहाबाद और फैजाबाद जिले का नाम बदलने के बाद अब इन जिलों के नाम बदलने की भी पुरजोर मांग उठने लगी है।