आजमगढ़ – मसि कागद छुओ नहीं, कलम गहि नहीं हाथ। कायस्थ समाज के लोगों ने शुक्रवार को जब तक भगवान् चित्रगुप्त व कलम दवात की पूजा नहीं कर ली, तब तक उन पर यह पंक्तियाँ सार्थक बैठती नजर आयी। प्रति वर्ष यम द्वितीया के दिन भगवान् चित्रगुप्त जी महाराज का जन्मोत्सव पूरे धूमधाम के साथ मनाय जाता है। इसी दिन ब्रह्मा जी की काया से भगवान् चित्रगुप्त हाथों में कर्म की किताब, कलम दवात और करवाल लेकर उत्पन्न हुए थे। जयंती पर श्री चित्रगुप्त वंशीय जनपद सभा के तत्वावधान में भगवान श्री चित्रगुप्त जी महाराज का पूजनोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान चित्रगुप्त मंदिर हीरापट्टी पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नगर पालिका अध्यक्ष शीला श्रीवास्तव की उपस्थिति में चित्रगुप्त भगवान का पूजन हवन व कलम दवात का किया गया। इसके बाद विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ संरक्षक दीनानाथ लाल श्रीवास्तव ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। इसके बाद एएन मेमोरियल स्कूल की छात्रों द्वारा सरस्वती वंदनाए चित्रगुप्त वंदना एवं आगत बंधुओं का स्वागत गीत के द्वारा किया गया।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आज़मगढ़