झांसी। चैत्रीय नवरात्र का शुभारम्भ चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा आज से हो गया है। महिलाओं, बच्चों, पुरूषो ने पहले दिन से उपवास रखकर शक्ति पीठ देवी मंदिरो में पहुंच कर अक्षत, फूल, चन्दन, इत्र से पूजा अर्चना कर जलाभिषेक किया।
चैत्रीय नव रात्र प्रारम्भ होते ही देवी माता मंदिरो में उमड़ रही भक्ति की भीड़ के मद्दे नजर सुरक्षा व्यवस्था चाक चैबंद रहे, इसके लिये पुलिस की चौकस तैनाती की गई।महानगर में स्थित प्राचीन पचकुईया मंदिर में मां शीतला बाहर लक्ष्मीगेट स्थित मां काली मंदिर, लक्ष्मी मंदिर, लहर की माता मंदिर, कामाख्या मंदिर, सैयर दरवाजा स्थित संतोषी माता मंदिर, मैमासिन मंदिर, सिद्वेश्वर मंदिर में विराजमान मां पीताम्बरा मंदिर, करौदी वाली माता, पानी वाली धर्मशाला स्थित अन्नापूर्णा माता, पंचवटी स्थित, अंजनी माता सहित अनेक मंदिर में स्थापित मां दुर्गा के नौ स्वरूपो की पूजा अर्चना कर मनोकामनायें पूर्ण करने की आराधना व बिनती की हैै। प्रथम दिवस एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे हाथ में कमल सुशोभित मौ शैल पुत्री की पूजन किया गया। घन्टा घड़ियाल के बीच मंगल आरती की गई। झोली फैलाये लोग देवी के दरबार पहुंचे। मत्था टेका चुनरी चढ़ाई, फल फूल अर्पित कर देवी से धन्य धान्य मांगा।
-उदय नारायण, झांसी