आजमगढ़ – धनतेरस की आहट मिलते ही सर्राफा बाजार चहक रहा है। भले ही कारोबारी बिक्री से अभी संतुष्ट नहीं हैं, लेकिन इतना जरूर स्वीकार रहे हैं कि फिलहाल पिछले वर्ष की तुलना में अच्छी स्थिति है और वो आशा भरी नजरों से धनतेरस और दिवाली के दिन का इंतजार कर रहे हैं । उम्मीद है कि धनतेरस तक कारोबार में अच्छा खासा इजाफा होगा। बाजार में ग्राहकों को लुभाने की हर तरफ से कोशिश हो रही है। छोटी-सी चीज की खरीद करें या बड़ी ग्राहकों को कुछ न कुछ तोहफा कारोबारी अवश्य दे रहे हैं। इतना ही नहीं हीरा व्यवसायियों द्वारा ग्राहकों को लुभाने के लिए पांच फीसद तक की छूट भी दी जा रही है। दस हजार तक की खरीद पर कुछ लोग चांदी के सिक्के भी दे रहे हैं।
बाजार में चांदी की मूर्ति संग जेवरात की भी अच्छी खासी बिक्री है। बाजार में परंपरागत गहनों व सोना-चांदी के सिक्कों के अलावा गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति व विभिन्न प्रकार के बर्तन भी बिक रहे हैं। हालांकि कोई अभी यह बताना नहीं चाहता है कि कितनी बिक्री हुई लेकिन सभी कारोबारी बिक्री से खुश दिख रहे हैं। पिछले वर्ष से 20 फीसद अधिक की बिक्री बता रहे हैं। महंगाई के बावजूद लोग खरीदारी कर रहे हैं। सराफा बाजार में सोना प्रति दस ग्राम का दर 29 हजार रुपये है। दशहरे पर इसकी कीमत 28 हजार रुपये थी। इस बार चांदी की कीमत में खासी कमी आई है। वर्तमान में चांदी 39 हजार रुपये प्रति किलो की दर से उपलब्ध है। दशहरा के समय चांदी की कीमत 40 हजार रुपये प्रति किलोग्राम थी। दस ग्राम सोने का सिक्का बाजार में 32 हजार 700 रुपये में उपलब्ध है।
दीपावली को लेकर सर्राफा बाजार में रौनक है। लिहाजा दुकानदार उत्साहित हैं। रामेश्वर प्रसाद सर्राफ के संचालक आशीष गोयल बताते हैं कि दीपावली-धनतेरस पर आभूषण खरीदने की परंपरा है, वहीं धन संचय करने का यह एक साधन भी है। बताते हैं कि बाजार में गर्मी आई है। सोना-चांदी की कीमत घटने से ग्राहक ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया की इस बार सोने और चांदी के अलावा हीरे के आभूषणों की भी मांग है।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़