पुलिस के खिलाफ भी चलाया जाएगा अभियान: एसएसपी

झांसी। जिले में यातायात माह नवम्बर का शुभारम्भ झांसी एसएसपी ने किया है। जिसमें उन्होंने वाहन चालकों से यातायात नियमों का पालन करने के निर्देश दिये। क्योंकि नियमों का पालन करने से वे किसी और को नही बल्कि स्वयं को सुरक्षित करते है।

झांसी जनपद में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी यातायात माह नवम्बर मनाया जा रहा है। जिसका यातायात कार्यालय में झांसी एसएसपी विनोद कुमार की मुख्य अतिथि में यातायात माह नवम्बर का शुम्भारम्भ हुआ। शुभारम्भ करते हुए उन्होंने लोगों को नियमों के प्रति जागरुक करने के लिये एसएसपी ने कहा कि लोगों को यातायात नियमों का पाठ पढ़ाने की जिम्मेदारी केवल यातायात विभाग की नही, बल्कि प्रत्येक थानें की पुलिस की है। वह अपने-अपने थाना क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था में सुधार लायें। इस माह में प्रयास रहेगा कि उनकी पुलिस अधिक से अधिक लोगों को नियमों की जानकारी देकर जागरुक करें। स्कूल और जनता के बीच पहुंचकर नियमों का पाठ पढ़ायें। जिससे वाहन चालक सुरक्षित हो सकें। दुपहिया वाहन चालकों को बिना हेलमेट पकड़े जाने पर उन्हें समझाया जाय कि उनका जीवन उनके परिवार के लिये महत्वपूर्ण होता है।

इसके अलावा उन्होंने जानकारी देते हुये कहा कि कई समाजसेवी संस्थायें नाम के लिये वाहन चालकों को फ्री हेलमेट वितरण करती है जो गलत है। उन्हें चाहिए कि हेलमेट तो वितरण करें लेकिन उनसे पैसा भी ले। जिससे वे हेलमेट चलाकर वाहन चलायें। लेकिन फ्री का हेलमेट मिलने के बाद वे उसे पहनते नही है। जो कि काफी नुकसान दायक है।

झांसी एसएसपी विनोद कुमार ने जानकारी देते हुये बताया कि इस माह नवम्बर में अभियान चलाकर सबसे पहले उनके विभाग के पुलिसकर्मियों को चेक किया जायेगा कि वे कितना नियमों का पालन करते है। यदि वे नियमों का उल्लघंन करते हुए पाये जायेंगें तो उनके खिलाफ कार्रवाही की जायेगी।

प्रायः देखा जाता है कि नियमों की अनदेखी के कारण होने वाले सड़क हादसे में भले ही एक सदस्य की मौत होती हो लेकिन टूट पूरा परिवार जाता है। यह सभी को सोचकर वाहन चलाना चाहिए। इतना ही चार पहिया वाहन चालकों कभी बिना बेल्ट के नही चलाना चाहिए। नशे की हालत में कभी भी गाड़ी नही चालनी चाहिए। क्योंकि सावधानी हटी, दुघर्टना घटी।

इस मौके पर झांसी एसपी सिटी देवेश पांडे, एसपी देहात कुलदीप नारायण, क्षेत्राधिकारी यातायात संग्राम सिंह, टीएसआई विजय पांडे मौजूद रहे।

रिपोर्ट–उदय नारायण कुशवाहा (झांसी)

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