*26 अक्टूबर से 4 नवंबर, 2018 तक रहेगा सरस मेला
*देश के 10 राज्यों तथा उत्तर प्रदेश के 60 जिलों की ग्रामीण महिला समूहों के उत्पादों की बिक्री एवं प्रदर्शनी होगी मेला में
वाराणसी-कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने अर्बन हाट में आयोजित सरस मेला का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। यह मेला 26 अक्टूबर से 4 नवंबर, 2018 तक रहेगा।
वाराणसी में पहली बार आयोजित इस सरस मेला में देश के 10 राज्यों एवं उत्तर प्रदेश के लगभग 60 जिलों की ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूहो के उत्पादों की बिक्री एवं प्रदर्शनी रखी गई है। असम की बांस के उत्पाद, कोल्हापुरी चप्पल, बिजनौर के लकड़ी के उत्पाद, तेलंगाना, हरियाणा उत्तराखंड आदि राज्यों के उत्पाद लगाए गए हैं। मेला में केरल के दक्षिण भारतीय व्यंजन, राजस्थान की चूरमा बाटी, बिहार के व्यंजन एवं बनारसी खानपान सहित कई फूड स्टॉल भी लगाए गए हैं।
मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कहा कि महिला समूहों के क्रियाकलापों से उनकी आमदनी बढ़ी है। इसमें भी अधिक उपलब्धि महिलाओं की हिम्मत बढ़ना व सशक्तिकरण होना है। चौका-चूल्हा से निकल कर पुरुषों की भांति आगे बढ़ी है। महिला सशक्तिकरण का यह अभियान सीमित नहीं रहना चाहिए। हर गांव में ऐसे जनजागृति हो कि हर परिवार की महिला सशक्त बनें और घर के कार्यों में पुरुष की भांति भागीदार हो। समाज को, पुरुषों की महिलाओं पर गर्व हो। सिलाई, कढ़ाई, बुनाई जैसे कार्यों से आगे बढ़कर महिलाएं इवेंट मैनेजर का कार्य जो आजकल लोकप्रिय हो रहा है करें। बिहार में महिला का बैंड बाजों का समूह है। वाराणसी में पर्यटक बढ़ रहे हैं। उन्हें विभिन्न प्रकार की सेवाएं देने के कार्यों का समूह बने। कमिश्नर ने सुझाव दिया कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रसाद बनाने, फूल माला, बत्ती बनाने जैसे कार्यों में महिला समूह की सहभागिता कराई जाए। कमिश्नर ने महिला समूहों के उत्पादों की ब्रांडिंग पर विशेष जोर दिया। इसके लिए उत्पादों में गुणवत्ता लाई जाए। लिज्जत पापड़ एक उदाहरण है। महिला समूह के उत्पाद कितनी ऊपर उठ सकते हैं। इसकी कोई सीमा नहीं है। सरस मेला में विभिन्न प्रांतों व उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों की महिला समूहों की इच्छुक सदस्यों को काशी में गंगा आरती, बाबा विश्वनाथ के दर्शन, सारनाथ देखने आदि व्यवस्था करा दी जाएगी। कमिश्नर ने स्टालों पर जाकर उत्पादों का अवलोकन करते हुए उनकी सराहना की।
इस अवसर पर कुछ महिलाओं ने स्टेज पर आकर मिशन के माध्यम से अपने उत्थान के अनुभव सुनाए। एक महिला समूह ने प्रेरणा गीत प्रस्तुत किया। वाराणसी में लगभग 3000 महिला समूह गठित है। 2000 समूह रिवाल्विंग फण्ड दिया जा चुका है। लगभग 15 करोड़ की धनराशि महिला समूहो को उपलब्ध कराई गई है।
डीसी एनएलआरएम सुरेश केशरवानी ने सभी का स्वागत किया एवं मुख्य विकास अधिकारी गौरांग राठी ने धन्यवाद दिया।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय मण्डल कॉर्डिनेटर वाराणसी