आजमगढ़ – फूला देवी फूले नहीं समाईं और किस्मती को लगा कि जैसे उसकी किस्मत ही चमक गयी। दस साल के लम्बे इंतज़ार के बाद अब राशन कार्ड गरीबों व पात्रों के हाथों में पहुँचने शुरू हो गए हैं। गुरुवार को डीएसओ कार्यालय में समारोह का आयोजन कर नगरीय क्षेत्र के 50 उपभोक्ताओं को राशन कार्डों का विअतरण किया गया। उपभोक्ता महिलाओं ने राशन कार्ड को अपने माथे से लगाया और देर तक निहारा कि उन्हीं का फोटो है या किसी और का। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष जयनाथ सिंह थे। 25 अंत्योदय कार्ड व 25 पात्र गृहस्थी कार्ड की महिलाएं थीं। जनपद के 22 ब्लाक में अभियान चलाकर राशन कार्ड का वितरण किया जाएगा। भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मेहनत व पहल का नतीजा है कि 10 साल बाद लोगों के हाथों में राशन कार्ड आया है। इसका श्रेय पूरी तरह से सरकार को जाता है। सरकार पूरी तरह से गरीबों व मजलूमों के लिए काम कर रही है। यही नतीजा है कि अब अंत्योदय व पात्र गृहस्थी के कार्डधारकों को मिलने वाले खाद्यान्न की कीमत एक रेट पर मिलेगी। डीएसओ देवमणि मिश्रा ने कहा कि वर्ष 2005 में राशन कार्ड बना था। इसके बाद 2010 में राशन कार्ड एक्सपायर हो गया। उसके बाद से राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया चल रही है लेकिन अभी तक राशन कार्ड नहीं बन पाया था। इसके बनने में आठ साल का समय बीत गया। आठ साल बाद अब पात्र गृहस्थी का सफेद व अंत्योदय का गुलाबी राशनकार्ड दिया जा रहा है। इस अवसर पर एआरओ अनिल यादव, पूद्दत निरीक्षक विजय कुमार साहनी, इंद्रासनी यादव, आनंद यादव, संजय सिंह, रामप्रवेश, उदयराज निषाद, पदमाकर तिवारी, मिथिलेश, विकास, वीरेंद्र यादव, रविरंजन वरिष्ठ कार्यालय सहायक राजेश कुमार विशाल अशोक आफताब त्रिभुवन यादव आदि थे।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़