राजस्थान/सादड़ी/पाली- मातृ शक्ति विकास की धुरी है अतः मातृ शक्ति को शिक्षित संस्कारित कर उनमें स्वावलंबन सेवा व समरसता के भाव का जागरण जरूरी है। उक्त उदगार गीता स्वाध्याय पत्रिका के संपादक डॉ श्रीलाल ने स्थानीय श्रीधनराज बदामिया राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सादड़ी में आयोजित विचार गोष्ठी में व्यक्त किए।
डॉ श्रीलाल ने जीजा माता , मदालसा के प्रेरक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि मातृ शक्ति समाज में परिवर्तन ला सकती है तथा समाज को व्यसन व कुरीति मुक्त बना सकती हैं। उन्होंने बालिका ओ को जीवन कौशलो की भी जानकारी दी। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता प्रधानाचार्य विजय सिंह माली ने की।
सरस्वती पूजन से प्रारम्भ हुईं इस विचार गोष्ठी में सर्व प्रथम प्रकाश सिसोदिया ने मुख्य वक्ता का परिचय दिया। स्नेहलता गोस्वामी ने प्रस्तावना रखते हुए बीज भाषण दिया। इस अवसर पर महावीर प्रसाद मधु गोस्वामी मनीषा ओझा कविता कंवर सुशीला सोनी सरस्वती पालीवाल शकुंतला जैन मोहनलाल समेत समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। मंच संचालन प्रकाश सिसोदिया ने किया।
पत्रकार दिनेश लूणिया सादड़ी