राजस्थान /जयपुर – खोहनागोरियान इलाके में घाटी करोलन में आठ साल की एक बच्ची का अपहरण कर हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सोमवार को उसकी लाश भारी भरकम पत्थरों के नीचे दबी मिली। शव लगभग कंकाल में तब्दील हो चुका है। जानकारी में सामने आया कि बच्ची गत 25 सितंबर को लापता हुई थी। इसके बाद परिजनों ने काफी तलाश करने के बाद खोहनागोरियान थाने में बच्ची के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। लेकिन तब भी उसका पता नहीं चला था। पुलिस के अनुसार शव की शिनाख्त आठ वर्षीय मधु पुत्री मिंटू के रुप में हुई है। वह अपने परिवार के साथ खोहनागोरियान इलाके में घाटी करोलान में रहती थी। गत 25 सितंबर को मधु अपने पिता के लिए खाना लेकर दुकान देने जाने को निकली थी।
इसके बाद वह न तो दुकान पहुंची और न हीं वापस घर लौटी। तब परिजनों ने मधु की तलाश की। फिर खोहनागोरियान थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। केस की पड़ताल एएसआई तोताराम को सौंपी गई थी।
परिजनों का आरोप था कि पुलिस ने बच्ची को तलाश करने में कोई तत्परता नहीं दिखाई। इसके बाद सोमवार को सुबह करीब 8 बजे किसी स्थानीय व्यक्ति ने दुर्गंध आने पर सड़क किनारे बनी दीवार के दूसरी तरफ देखा।
पत्थरों के नीचे दबा एक पैर नजर आया तब शव होने का हुआ खुलासा:-
तब पत्थरों के नीचे दबा एक पैर नजर आया। वहीं, बच्ची की चप्पलें पड़ी थी। यह खबर फैलते ही सैंकड़ों की संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई। पुलिस का मानना है कि किसी व्यक्ति ने बच्ची को अकेला पाकर उसका अपहरण किया। फिर सूनसान जगह ले जाकर उसकी हत्या कर दी और शव को पत्थरों के नीचे दबा दिया। पुलिस ने बच्ची से दुराचार की संभावना से इंकार नहीं किया है। फिलहाल पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरु कर दी है।
बच्ची की लाश खबर फैलते ही आसपास इकट्ठा हुए लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। मौके पर पहुंची खोहनागोरियान थाना पुलिस ने एफएसएल टीम से मौका मुआयना करवाने के बाद शव को मोर्चरी पहुंचाया। अब मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद मौत के कारण सामने आ सकेंगे।