बरेली – बरेली विधानसभा की नौ विधानसभा में बैसे तो सभी भाजपा के विधायक है और तो और दोनों लोकसभा में भी भाजपा के ही सासंद है ।इन सबके बावजूद विथरी विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने अपनी जो छवि बनाई है वह नौ की नौ विधानसभा में अलग है कारण एक हिन्दुत्ववादी नेता की छवि।शायद यही कारण है कि आज विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल नौ की नौ विधानसभा में प्रभावी है।तो कहीं अब विधायक की इस छवि से शीर्ष नेतृत्व घबरा तो नहीं रहा ।
बता दे कि कांवर यात्रा रही हो या मुहर्रम मे ताजिये निकलने का प्रकरण विधायक पप्पू भरतौल ने ही आगे आकर हिन्दुत्व की बात की।और उनके लिए लड़े भी जबकि अन्य आठ विधायकों और दोनों सांसदो में कोई सामने नहीं आया।यही कारण रहा कि उनकी हिन्दुत्व वादी छवि पूरे बरेली मंडल में बन गयी और पूरे जिले का युवा उनके साथ दिखने लगा।यहां तक कि इस प्रकरण में उन पर व उनके पुत्र विक्की पर मुकदमा भी कप्तान ने लिख दिया हालाकि विपक्ष पर भी सपा के पूर्व सांसद पर भी भावनाओं को आहत करने का मुकदमा दर्ज हुआ।लेकिन शीर्ष नेतृत्व तक बात पहुचने के बाद भी मुकदमा बापस न होना वह भी अपनी ही सरकार में कहीं न कहीं संशय पैदा करता है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व आखिर चाहता क्या है।जबकि अन्य मुकदमों को बापस लिया जा रहा है और इस मुकदमें का जिक्र तक नहीं क्यों ।कहीं विधायक की हिन्दुत्व वादी छवि से शीर्ष नेतृत्व घबरा तो नहीं रहा?