•उत्तराखंड पलायन का मुख्य कारण बेरोजगारी
•एक महिला गुहार लगाती रही और सरकारी सिस्टम उसके बच्चों के पेट में लात मार रही है
•क्या एेसे में रूकेंगें लाेग पहाड में
•दूसरी तरफ सरकारी महकमा एक स्वरोजगार करने वाले की दुकान ताेड दी
•नगदी व कैमरे गायब होने की बात भी आ रही है
पौड़ी गढ़वाल- एक ओर सरकार कहती हैं एवं माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी कहते की आप स्वरोजगार कीजिए हम आप बेरोजगारो के साथ है । ये सरकार आपकी हैं योजनाये आपकी हैं आप अपने ही क्षेत्र में कोई भी व्यवसाय कर सकते है या कोई अन्य काम कर सकते हैं।
लेकिन ये कितना सच है ?
उत्तराखंड जनपद पाैडी गढ़वाल के सतपुली पाैडी मार्ग पर माँ ज्वालपा देवी के एक छाेटे से स्वरोजगार करने वाले आचार्य हर्ष त्रिलोक चंद की कहानी । मैं विगत कई वर्षों से ज्वालपा देवी में पूजा पाठ आदि की समान बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा हूं। मै एक बेरोजगार युवक हूँ। सुबह 9:30बजे अज्ञात 12 लोग मेरी दुकान पर आये और आते ही तोड़ फोड शुरू कर दी ।स्वयं को क़ानूनगो एवं सभी अपने आप को पटवारी बता रहे थे। इनका कहना था की जिस स्थान पर मेरी दुकान है।वह अतिक्रमण में आती हैं। किन्तु मेरा सवाल ये हैं कि बिना किसी सूचना, नोटिस के बगैर इन लोगो ने क्यूँ मेरी दुकान तोड दी।
जबकि ज्वालपाधाम में अधिकांश दुकाने अतिक्रमण में आती है।
सड़क से नीचे तक सभी जगह अतिक्रमण में हैं। जबकि मेरी दुकान का चालान भी हो रखा हैं।
और मेरा ये मामला न्यायालय में अभी विचाराधीन हैं।क्या ऐसे में इनका तोड़ फोड करना सही हैं या ग़लत
जब ये लोग आए तब मै और मेरी भाभी श्रीमती विनीता देवी नवरात्रि की तैयारी के लिए दुकान की सफाई कर रहे थे। इन लोगो ने हमारी एक न सुनी और हमारे साथ अभद्रता एवं बत्तमीजी करने लगे और इस दौरान मेरी दुकान पर रखें दो फोटोग्राफी डिजिटल कैमरे जिनकी वर्तमान कीमत एक लाख दस हज़ार रुपए व गल्ले से 35000 रुपए गायब हैं।एवं तोड़ फोड से मुझे लाखो की हानि हुईं है। जिससे मेरे सामने अपने परिवार के भरण पोषण की समस्या पैदा हो गई हैं।
ये क्या हो रहा है जबरदस्ती पलायन करवा रहे हैं सरकारी सिस्टम।
– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल