बिहार – स्थानीय मझौलिया प्रखंड क्षेत्र के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय दुधा मठिया का भवन जर्जर होने के कारण छात्र-छात्राओं में काफी दहशत है. उनका कहना है कि कक्षा में पढ़ाई करते समय पढ़ाई में मन नहीं लगता है ऊपर छत की स्थिति देखकर हमेशा यही चिंता बनी रहती है कि कहीं छत नीचे गिर न जाए इसलिए ठीक ढंग से पठन पाठन मैं ध्यान केंद्रित नहीं हो पाता है .बताते चलें कि इस विद्यालय में वर्ग 1 से वर्ग 8 तक की पढ़ाई की जाती है जिसमें कुल 406 नामांकित छात्र हैं वहीं शिक्षकों की संख्या 8 है लेकिन क्लासरूम की संख्या सिर्फ चार है जिस कारण एक रूम में दो वर्गों का पठन-पाठन करवाया जाता है . विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रियतम दत्ता ने बताया की लगभग हर हफ्ते में एक दो बार छत से छोटे छोटे टुकड़े नीचे जमीन पर गिरते रहते हैं जिसको देखकर छात्र एवं छात्राएं हमेशा पढ़ाई के बजाय छत की ओर निहारते रहते हैं. कि कहीं छत का अर्की टूट कर सर पे ना गिर जाए. वहीं विद्यालय में चारदीवारी का निर्माण अभी तक नहीं किया गया है . चुकी यह विद्यालय सरिसवा से मझौलिया को जोड़ने वाली मुख्य सड़क के बिल्कुल किनारे हैं अतः कभी भी होने वाली दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है . भवन की जर्जर हालत को देखते हुए अभिभावक भी अपने छात्रों को विद्यालय भेजने से कतराते हैं जिस कारण विद्यालय की उपस्थिति दिन प्रतिदिन घटती जा रही है. वहीं विद्यालय प्रबंधन एवं छात्र विभागीय उदासीनता के हाथों मजबूर दिखाई पढ़ रहे हैं.
– राजू शर्मा की रिपोर्ट