गोरखपुर – कोतवाली क्षेत्र में अग्रसेन तिराहे के पास वोडाफोन स्टोर में हुई फर्जी लूट के ड्रामे का जनपद पुलिस ने 48 घण्टे के अंदर ही पर्दाफाश कर दिया ।
फिल्मी स्टायल में कि गयी इस घटना की पटकथा की शुरुआत पुलिस के मुताबिक गबन की गई रकम का हिसाब-किताब दुरुस्त करने के लिए मैनेजर और दोनों कर्मचारियों ने एक ट्रक चालक को भाड़े पर लेकर लूट का नाटक किया था। नाटक के किरदार स्टोर मैनेजर, दो कर्मचारी और ट्रक चालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन और सिमकार्ड के अलावा ट्रक चालक को दी गई रकम में से दस हजार रुपयों के साथ ही स्टोर मैनेजर के चेंबर में लाकर से 57830 रुपये बरामद किए गए हैं।
मीडिया से मुखातिब होते हुए एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि वोडाफोन स्टोर में 19 सितंबर को दिन दहाड़े लूट होने की पुलिस को सूचना दी गई थी। तब कर्मचारियों ने बताया था कि दिन में मुंह बांधे एक युवक ने मैनेजर मयूरी शर्मा के चैंबर में घुसकर 7.50 लाख रुपये की लूट की घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने जब छानबीन शुरू की तो स्टोर मैनेजर और कर्मचारियों द्वारा बताए गए घटनाक्रम में कई विरोधाभास नजर आने लगा। छानबीन करने पर पता चला कि रुपयों की लूट तो हुई ही नहीं थी, बल्कि स्टोर मैनेजर और दो कर्मचारियों ने ट्रक चालक के साथ मिलकर लूट का नाटक किया था।
स्टोर और आसपास दुकानों के बाहर लगे सीसी टीवी कैमरों की फुटेज चेक करने और स्टोर के एक-एक कर्मचारी से अलग-अलग और कड़ाई से पूछताछ करने पर सच सामने आ गया। पता चला कि कर्मचारी शशांक गुप्त स्टोर में रुपये ट्रांसफर करने का काम करता था और इसका हिसाब-किताब भी वही रखता था। कंप्यूटर आपरेट करने की ठीक से जानकारी न होने की वजह से 7.50 लाख रुपये का उसका हिसाब गड़बड़ हो गया। सिस्टम में यह रकम जमा तो दिख रही थी लेकिन कहां गई इसका पता नहीं चल रहा था। इससे परेशान शशांक ने अपनी परेशानी स्टोर में ही काम करने वाले करीबी दोस्त अभिषेक त्रिपाठी को बताई। अभिषेक के जरिए इस बारे में स्टोर मैनेजर मयूरी शर्मा को पता चला तो वह भी सकते में आ गई। उन्हें अपनी नौकरी खतरे में पड़ती दिखाई देने लगी।
स्टोर मैनेजर के चैंबर में लगे सीसीटीवी फुटेज चेक करते ही पुलिस घटना को संदिग्ध मानने लगी थी। फुटेज में ट्रक चालक रुमाल से मुंह बांधकर आराम से स्टोर मैनेजर के पास पहुंचता है और उनके पीछे से घूमकर बाईं तरफ जाने के बाद हाथ पकड़कर उठने का इशारा करता है। बिना किसी प्रतिरोध के वह उठ भी जाती हैं और उसके साथ आराम से बाथरूम की तरफ चल पड़ती हैं। रास्ते में वह मुस्करा देती है। ट्रक चालक खाली हाथ ही अंदर जाते और बाहर आते दिखता है।