शेरकोट/ बिजनौर- इमामबाड़ा में नमाजे जोहर मजलिस के बाद बड़े रंजो गम के साथ साथ शुरू हुआ जुलुस।
मोहर्रम का जुलूस इमामबाड़ा( सादात )में मौलाना सैयद समीम हैदर सीरसिवि खितब किया और कर्बला में शहीद इमाम हुसैन और उनके 72 शहीदों पर रोशनी डाल दी जुलूस अपने निर्धारित मार्गो से होता हुआ पूर्व चेयरमैन खुर्शीद आलम की कोठी पर पहुंचा वहाँ हजारों की तादाद में शिया समुदाय के लोग उपस्थित थे इस अवसर पर अंजुमने गुन्चय पँजेतनी के अध्यक्ष डॉ सैयद मोहम्मद रजा जैदी ने तकरीर की उन्होंने कहा की आज पूरी दुनिया में भी शरीफ मुसलमान धोखे से भी स अपने बच्चों के नाम यजीद शिम्र नहीं रखते जिस तरह कोई शरीफ हिंदू अपने बच्चों का नाम रावण नहीं रखता क्योंकि यह नाम दुनिया में घ्रणित हो चुके हैं उनके तुरंत बाद जिन्होंने मौलाना सैयद समीम हैदर सिरसीवी अपनी तकदीर तकरीर में कहा कि कर्बला में इमाम हुसैन ने अपनी में अपने साथियों की एक हिंदू कुर्बानी देकर इस्लाम में मोहम्मदी को कयामत तक के लिए बचाया और आतंकवाद का खात्मा किया इमाम हुसैन करबला में कुर्बानी ना देते तो इस्लाम धर्म दुनिया में न होता अंजुमनए गुंचेय पंजेतनी ने छुरी चाक़ू कमाऊ से मातम करके अपने आप को लहू लुहान कर लिया जुलूस में मातम करने वालों में सैयद साजिद हैदर जैदी सैयद फैजान रजा जैदी सैय्यद अरमान जैदी अलाम जैदी रजा जैदी नदीम जैदी निसार हैदर आदि ने रास्ते में जगह-जगह नोहे खुआनी सैयद एहतेशाम जैदी असद जैदी अब्बास जैदी अफजाल हैदर जैदी हसन जुलूस में अपना खून बहाकर मातम मनाया अध्यक्ष डॉक्टर सैयद मोहम्मद रजा जैदी ने पुलिस विभाग विद्युत विभाग नगर पालिका तथा वहां मौजूद शेरकोट के पत्रकार बंधु आभार व्यक्त किया जुलुश अपने परंपरागत मार्गो से होता हुआ इमाम बड़ा जाकर संपन्न हुआ।
– अमित कुमार रवि शेरकोट
मोहर्रम पर निकाला अलम का जुलूस
