पूर्णिया/बिहार- जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और मधेपुरा के वर्तमान सांसद पप्पू यादव उर्फ राजेश रंजन पर आज नारी बचाओ पदयात्रा पर जाने के क्रम में मुजफ्फरपुर के खबरा में स्थानीय गुडों ने काफिले पर हमला कर दिया है। उन गुंडों ने कार्यकर्ताओं की बुरी तरह पिटाई की है।किसी तरह जान बचा कर सांसद वहाँ से निकल सके जरा सोचिए कि..जन प्रतिनिधि, पत्रकार, व्यापारी नहीं तो और कौन है जो बिहार में सुरक्षित है । कहाँ गई नीतीश बाबू की पुलिस और प्रशासन । अब तो सच मे ऐसा लगने लगा है कि बिहार में वापस जंगल राज आ गया । दिन दहाड़े , हत्या , लूट , बलात्कार , फिरौती जैसी घटना रुकने का नाम ही नही ले रहा है । सूत्रों के हवाले से तो ये भी खबर आ रही है कि , हो सकता है नीतीश कुमार फिर से अपना रंग गिरगिट की तरह बदल सकते हैं ।मतलब वो अपना पल्ला वापस बीजेपी से झाड़ सकते है और यह पूरा खेल सिर्फ 2019 के लोकसभा सीटों के बटवारे को लेकर हो रहा है । पर ये तो भविष्य की बात है । मुद्दे की बात तो ये है ,कि अभी जो बिहार की हालत है , इस पर ध्यान देना अनिवार्य है । लॉ एंड ऑर्डर नाम की चीज ही नही बची है ।
आज की ये दुखद घटना एससी-एसटी एक्ट के विरोध में बंद के दौरान जाप के संरक्षक पप्पू यादव के काफिले पर जिस प्रकार से पथराव किया गया और यह पथराव तब हुआ जब उनका काफिला खबरा के पास से गुजर रहा था।और इस हमले के बाद जिस तरह से स्थिति तनावपूर्ण बन रही है हालांकि, हमले से बचकर निकले पप्पू यादव फूट फूटकर रोते देखे गए। उन्होंने कहा कि कभी राजनीति नहीं की। इस तरह की घटना का अंदाजा नहीं था। मगर, यहां जाति पूछकर पिटाई की गई। हमे नही लगता कि बिहार में आम जनता किसी भी प्रकार से सुरक्षित है।
– पूर्णिया से शिव शंकर सिंह