पीलीभीत- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डाकघरों को पोस्टल बैंक बनाने का सपना देख रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ डाकघरों में हो रहे फर्जीवाड़े से जनता परेशान हो रही है। पिछले कुछ समय से लगातार डाकघरों की शिकायत सामने आ रही है कि वहां सेविंग खातों से पैसा फर्जी ढंग से निकाल लिया जाता है ऐसा ही कुछ अभी जल्दी में हुए पीलीभीत प्रकरण में सामने आया है जहां जनता के पैसे को खुलेआम लूट लिया गया।इसमें मजेदार बात यह है कि इतना सब होने के बावजूद उच्च अधिकारी सुनवाई को तैयार नहीं है।
अमरिया डाक घर से जनता के करोड़ों रुपए साफ:-
जिला पीलीभीत के अमरिया ब्लॉक डाकघर के उप डाकपाल सोहनलाल ने गरीबों के खातों से लाखों रुपए की हेराफेरी की है गरीबों के बचत खातों में से लाखों रुपया फर्जी दस्तखत कर और फर्जी तरीके से निकाल कर आरोपी फरार हो गया है।जब इस विषय में विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो विभागीय अधिकारियों ने बताया कि हमने अमरिया थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है जब अमरिया थाने जाकर पता किया गया तो पता चला की सिर्फ 6 लाख रुपए की एफआईआर हुई है जबकि अभी तक लगभग 45 लोगों का नाम सामने आ चुका है जिनके पैसों को फर्जीबाडा करके निकाला गया है।
ज्यादातर लोग ऐसे हैं जिनके बचत खातों से पैसा फर्जी ढंग से निकाला गया है लोगों की जमा आरडी का पैसा भी साफ कर दिया गया। गरीब जनता लगातार डाकघर के चक्कर काट रही है लेकिन अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है डाक अधिकारी जनता से सही ढंग से बात भी नहीं कर रहे है अधिकारियों के ढुलमुल रवैये के चलते गरीबों का आक्रोश कभी भी फूट सकता है।बताया जाता है कि इससे पहले भी यह पोस्ट मास्टर न्यूरिया में लोगों की गाढ़ी कमाई साफ कर चुका है उसके बाद भी विभाग ने इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी।
सूत्रो की मानें तो एक व्यक्ति जो (प्रेम चाट वाला) चाट का ठेला लगाता है जिसने अपनी बेटी की शादी के लिए पैसे इकट्ठे किए थे उसके डेढ़ लाख रूपय चले गए।
जनता परेशान है कि अब जाएं तो किसके पास जाएं शिकायत करें तो कहां करें न बैंकों में पैसा सुरक्षित है और ही डाकघरों में जबकि डाकघर को बैंक बनाने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना शुरू होने से पहले ही खत्म होता हुआ दिख रहा है।