पथरी /हरिद्वार – पथरी थाना क्षेत्र के एक्कड़ गांव में दो परिवारों के धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। दोनों परिवार सनातन धर्म छोड़कर ईसाई बन गए हैं। गुरुवार को इस मसले पर ग्रामीणों की पंचायत हुई। जिसमें भाजपा व हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। पंचायत ने दोनों परिवारों के बहिष्कार का फैसला लेते हुए हुक्का-पानी बंद कर दिया है। वहीं कुछ लोग उन्हें दोबारा हिंदू धर्म में लाने का प्रयास भी कर रहे हैं।
एक्कड़ कलां गांव में मांगेराम कश्यप और टेकचंद कश्यप का परिवार दशकों से रहता आ रहा है। दोनों परिवार कुछ दिन पहले सनातन धर्म त्याग कर ईसाई बन गए। यह बात धीरे-धीरे आस पास के लोगों को पता चली। परिवार के सदस्यों ने जब धर्म परिवर्तन की बात कुबूल की तो ग्रामीणों ने भाजपा व हिंदू संगठनों को सूचना दी। गुरुवार को भाजपा व बजरंग दल से जुड़े लोग गांव पहुंचे और ग्रामीणों के साथ मिलकर पंचायत की। पंचायत में यह फैसला लिया गया है कि सभी लोग धर्म परिवर्तन करने वाले दोनों परिवारों का बहिष्कार करें और किसी भी तरह का वास्ता मतलब नहीं रखेंगे। बैठक में पहुंच बजरंग दल के प्रदेश सह संयोजक अनुज वालिया, जिला सह संयोजक जिवेंद्र तोमर, हरिद्वार सांसद प्रतिनिधि धर्मेंद्र सिंह चौहान व सुशील आदि ने इसाई मिशनिरयों पर दोनों परिवारों को लालच देकर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया। उन्होंने धर्म परिवर्तन पर कड़ी आपत्ति भी जताई। अन्य ग्रामीणों ने भी धर्म परिवर्तन की निंदा की।
बैठक में भाजपा व बजरंग दल के नेताओं ने दावा किया कि दोनों परिवारों की पुन: सनातन धर्म में वापसी कराई जाएगी। उन्हें किसी सूरत ईसाई नहीं बनने दिया जाएगा। सांसद प्रतिनिधि धर्मेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि दोनों परिवार अगर आर्थिक रूप से भी परेशान हैं तो उनकी मदद की जाएगी। इस बारे में परिवार से जुड़े लोगों से भी बातचीत की गई है। जिसमें उन्होंने सहमति भी जताई है। पंचायत में सुशील, करण, अमित, राजकुमार, निखिल कश्यप आदि ग्रामीण मौजूद रहे।
कई दिन से गांव में चल रही थी धर्म परिवर्तन की सुगबुगाहट:-
ग्रामीणों में चल रही चर्चा की तस्दीक होने पर बात गांव के बाहर भाजपा व हिंदू संगठनों तक पहुंची। यहां तक गुरुवार को गांव में पंचायत भी हो गई, लेकिन पुलिस व खुफिया विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी। वहीं गांव का जिम्मेदार जनप्रतिनिधि होने के बावजूद ग्राम प्रधान ने भी पूरे प्रकरण में अनभिज्ञता जताई। पथरी थानाध्यक्ष आशुतोष चौहान का कहना है कि इस बारे में अभी जानकारी नहीं मिली है। किसी भी पक्ष की ओर से कोई प्रार्थना पत्र भी नहीं मिला है। मामले की जानकारी लेकर कानून के अनुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं ग्राम प्रधान मोहम्मद हारून का कहना है कि इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।
पूरे प्रकरण पर एसएसपी कृष्ण कुमार वीके का कहना है कि भारत के संविधान में हर नागरिक को यह अधिकार दिया है कि वह अपनी मर्जी से किसी भी धर्म को अपना सकता है। पंचायत या संगठनों के दबाव में किसी भी व्यक्ति या परिवार को मजबूर नहीं होने दिया जाएगा। जरूरत पड़ी तो परिवारों को कानूनी मदद भी दिलाई जाएगी।
रुड़की व लक्सर के देहात क्षेत्रों में सक्रिय हैं ईसाई मिशनरी:-
जनपद के देहात क्षेत्र में धर्म परिवर्तन से जुड़ा यह पहला मामला नहीं है। रुड़की व लक्सर देहात में इसाई मिशनरियों से जुड़े लोग सक्रिय हैं।
– हरिद्वार से तसलीम अहमद