•भारी बारिश की वजह से उत्तर प्रदेश में पिछले 60 घंटों में 43 लोगों की मौत हो चुकी है.
•भारी बारिश ने देश के कई राज्यों में मचाई है तबाही
•उत्तर प्रदेश में बीते 60 घंटों में हो चुकी है 43 लोगों की मौत
•दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से उपर बह रही है
नई दिल्ली – भारी बारिश की वजह से देश के तमाम इलाकों में जन-जीवन अस्त-व्यस्त है. उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा असर देखने को मिला है. यहां बारिश की वजह से पिछले 60 घंटों के दौरान 43 लोगों की मौत हुई है. इनमें से ज़्यादातर मौत वेस्टर्न यूपी के ज़िलों में पिछले दो दिनों में हुई हैं. सबसे ज़्यादा 10 लोगों की मौत सहारनपुर में हुई है. वहीं आगरा में 6 लोगों की जान गई है. जबकि मेरठ और मैनपुरी में 4-4 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. इनमें से ज़्यादातर मौत दीवार गिरने या घर गिरने से हुई है. सहारनपुर गंगोह थानाक्षेत्र के मोहल्ला सराय में बीती रात भारी बारिश के चलते एक मकान गिर गया. जिसकी चपेट में आकर पति-पत्नी समेत 6 लोगो की मौत हो गई. इसमें 4 बच्चे भी शामिल हैं. उत्तर प्रदेश के ही गाज़ियाबाद में दो दिन की ही बारिश में एक सड़क धंस गई और दो सोसाइटियों पर खतरा मंडरा रहा है.
गुरुवार को ही वसुंधरा की वार्तालोक और प्रज्ञा कुंज सोसाइटियां सड़क धंसने की वजह से खतरे में आ गईं. लोगों को अपने फ़्लैट छोड़कर दोस्तों के घर या होटलों में पनाह लेनी पड़ी. फिलहाल सोसाइटी से लगे कटे हुए हिस्से की भराई का काम चल रहा है, लेकिन ख़तरा बना हुआ है. दूसरी तरफ, दिल्ली में यमुना नदी ख़तरे के निशान के ऊपर बह रही है. इसे देखते हुए यमुना खादर इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया है. साथ ही यमुना के निचले इलाक़ों में रहने वाले लोगों को वहां से हटने के निर्देश दिए गए हैं. हालात को देखते हुए रेसक्यू बोट्स को भी तैयार रखा गया है. दरअसल दो दिनों से हरियाणा के हथिनीकुंड बराज के लगातार पानी छोड़ा जा रहा है जिसके कारण यमुना का जलस्तर बढ़ गया है.
– सुनील चौधरी ,सहारनपुर