झांसी। डीएम कार्यालय परिसर में एक महिला ने मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। यह देख वहां हड़कम्प मच गया, आनन-फानन में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे बचाते हुए मिट्टी के तेल की डिब्बा छीन लिया और उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। थाने की पुलिस व क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुंचे और महिला को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा। इलाज के बाद उसे बबीना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।
बबीना थानान्तर्गत मानपुर गांव में क्राांति नाम की महिला रहती है। क्रांति के अनुसार उसकी 6 बेटियां हैं। क्रांति गांव के प्राथमिक विद्यालय में रसोईया के पद पर काम करती थी। जिसे गांव के प्रधान ने बिना कारण बताये हुए उसे रसोईया के पद से हटा दिया गया। इसका कारण जानने के लिए जब महिला ने प्रयास किया तो उसे दुत्कार कर भगा दिया गया। वह इसकी शिकायत लेकर थाने की पुलिस के पास पहुंची तो वहां उसकी फरियाद नहीं सुनी गई।
महिला का कहना है कि परेशान होकर पिछले दिनों वह जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची थी। जहां उसकी जिलाधिकारी से मुलाकात नहीं कराई। जिससे तंग आकर उसने जहरीली दबा खाने का प्रयास किया। लेकिन वह उस समय सफल नहीं हुई। आज फिर वह झांसी जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची। जहां सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने उसे जिलाधिकारी से नहीं मिलने दिया। परेशान होकर उसने हंगामा करना शुरु कर दिया। यह देख कुछ लोग उसे कार्यालय के अंदर ले गये। इससे पहले कोई कुछ समझता महिला ने कार्यालय परिसर में मिट्टी को तेल अपने ऊपर डाल लिया। यह देख वहो मौजूद कर्मचारियों के हाथ-पैर फूल गये। आनन-फानन में उससे बचा हुआ मिट्टी को तेल छीन लिया और इसकी जानकारी थाने की पुलिस समेत अन्य अधिकारियों को दी गई। सूचना पर क्षेत्राधिकारी समेत पुलिस पहुंची और मामले की जानकारी कर आक्रोशित महिला को शांत कराया। इसके बाद डीएम स्कॉट की गाड़ी से उसे उपचार के लिए झांसी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के बाद उसे महिला थाने लाया गया। जहां से उसे बबीना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।
रिपोर्ट: उदय नारायण कुशवाहा (झांसी)