मध्यप्रदेश/शाजापुर- जिले में भावांतर भुगतान योजना अंतर्गत खरीदी बंद होते ही अब मंडी में प्याज की आवक कम हो गई है। दरअसल, जहां योजना अंतर्गत खरीदी के अंतिम दिन तक आवक पांच हजार क्विंटल तक पहुंच गई थी। वहीं दो दिन मंडी खुलने पर तीन हजार क्विंटल तक की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि आवक में कमी आने से दाम में बढ़ोत्तरी हो रही है। जिले के किसानसोयाबीन, गेहूंव चना सहित अन्य फसलोंके साथ ही बड़ी मात्रा में प्याज का उत्पादन करते हैं। नेफेड प्याज के बंपर उत्पादन के बाद दाम में आई कमी को देखते हुए शासन द्वारा 16 मई से खरीदी शुरू करवाई गई। सरकारी योजना अंतर्गत होने वाली खरीदी को किसानों को भारी समर्थन मिला। इस दौरान जिले के शाजापुर, शुजालपुर व पोलायकलां केंद्र पर मिलाकर कई बार एक-एक दिन में 20 हजार क्विंटल तक भी प्याज की आवक दर्ज की गई थी। शाजापुर केंद्र पर ही कई बार 10 हजार क्विंटल से ज्यादा की आवक रही। हालत यह रही कि मंडी सहित मार्ग पर ही जाम लगने लगा। कई बार तो सड़क पर ही खड़े वाहनों से उपज की नीलामी कराना पड़ी। 30 जून तक के पूरे खरीदी सीजन के दौरान जिले में 4 लाख 65 हजार क्विंटल से अधिक प्याज की खरीदी कर ली गई, किंतु अब भावांतर भुगतान योजना खत्म होते ही आवक में एकाएक गिरावट आ गई है।
– गौरव व्यास ,शाजापुर