नई दिल्ली- अक्षय कुमार की फिल्म ‘पैडमैन’ के बाद हर जगह सैनिटरी नैपकिन को लेकर चर्चा है| धीरे-धीरे लोग इस विषय को लेकर जागरूक हो रहे हैं और खुलकर आपस में चर्चा कर पाते है | कुछ दिन पहले तक ये एक शर्म की बात थी पर अब महिलाये इस बारे में बात कर पाती हैं | मुस्कान फाउंडेशन के दिल्ली शाखा द्वारा आज विश्व महिला दिवस पर रघुवीर नगर, टैगोर गार्डन, दिल्ली के साढ़े बारह गज पार्क में ४०० महिलाओ के मध्य सैनिटरी नैपकिन वितरण किया गया और उसकी उपयोगिता सहित उसके प्रयोग के पश्चात् उसके निवारण पर चर्चा की |
मुस्कान फाउंडेशन के निदेशक अजय कुमार प्रसाद ने कहा की महिलाओं की सबसे गंभीर समस्या मासिक धर्म के समय की है, उन्हें हाइजेनिक सुविधा नहीं मिल पाती है और प्राय: घर में भी लोग इन दिनों इन पर कुछ पावंदी लगा देता है | संस्था का प्रयास रहेगा की जहाँ तक हो प्रत्येक महीने 250 स्कुल के लड़कियों के मध्य नि:शुल्क सैनिटरी नैपकिन बांटने का काम करेगी | कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कंपनी सेक्रेटरी अंकिता सिंगला ने महिलाओ को मासिक धर्म के दौरान होने वाले समस्याओं ओर उन समस्यों को किस प्रकार से सुलझाया जाये से अवगत कराया | महिलायों ने बड़े उत्साह से अपनी उपस्थिति दर्ज करायी ओर अपनी समस्याओं को उनसे साझा किया जिसके फलस्वरूप अंकिता जी ने उनके उन समस्यों का समाधान बताते हुए उनका निवारण किया | कार्यक्रम के दौरान स्कुल के छात्रों ने भी हिस्सा लिया और अपने विचार साझा किया | कार्यक्रम में स्थानीय समाजसेविका गीता का बहुत योगदान रहा | कार्यक्रम की सञ्चालन प्रियंका मेहन और प्राची राज ने किया तथा सचिन कुमार सिंह, पन्नालाल सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित रहे |
रिपोर्ट-गीता कुमारी, कटिहार