बरेली। पीलीभीत बाईपास स्थित निजी अस्पताल में इलाज के दौरान घायल युवक की मौत के बाद हंगामा हो गया। परिजनों का आरोप है कि 2.5 लाख रुपये देने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने 2.5 लाख रुपये और मांगे। रुपये नही होने पर अस्पताल के स्टाफ ने शव देने से इंकार कर दिया। मृतका के पिता का भीख मांगते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो इज्जतनगर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों मे सुलह कराकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। वायरल वीडियो की पुष्टि नही करता। बदायूं के हजरतपुर के नगरिया काला निवासी श्यामलाल का बेटा धर्मवीर सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया था। परिजनों ने उसे पीलीभीत बाईपास स्थित निजी अस्पताल मे भर्ती कराया था। अस्पताल मे 16 दिन इलाज के बाद उसने दम तोड़ दिया। घरवालों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने 2.5 लाख रुपये की मांग करते हुए शव देने से इंकार कर दिया। इसी बीच सोशल मीडिया पर श्यामलाल का एक वीडियो बायरल हो गया जिसमें वह लोगों से भीख मांग राहा था। इज्जतनगर पुलिस को सूचना मिली तो वह निजी अस्पताल पहुंची। जांच में पता चला कि वायरल वीडियो बदायूं के नगरिया कला गांव का है। पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन और मृतक के घरवालों से बातचीत कर मामला शांत कराया। शव का पंचायतनामा कर परिजनों को सौंप दिया।।
बरेली से कपिल यादव
