मीरगंज, बरेली। प्रोत्साहन राशि समेत कई अन्य बकाया का भुगतान नही होने से नाराज आशा कार्यकत्रियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। सीएचसी पर लंबित मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन के बैनर तले आशा और आशा संगिनियों ने प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि वर्ष 2025 के कई महीनों की प्रोत्साहन राशि और राज्य बजट का भुगतान अब तक नही किया गया है, जिससे उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। संगठन ने आशा कार्यकत्रियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, आला को 21 हजार और संगिनी को 20 हजार रुपये न्यूनतम मासिक वेतन देने, वर्ष 2019 से 2025 तक के सभी बकाया एस्थिर व प्रोत्साहन राशि के भुगतान, ईपीएफ, ईएसआई पेंशन और 50 लाख रुपये जीवन बीमा की माग की है। भोजीपुरा सीएचसी पर प्रदर्शन में शिववती साहु, आमना देगम, कृष्णा देवी, मुन्नी देवी समेत अन्य आशाएं शामिल रही। वही बिथरी सीएचसी पर किरन, अनीता पाठक, तुलसी, ऊया, क्रांति, इशरत, तारावती आदि शामिल रही। बही मीरगंज मे दिल्ली बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन की तर्ज पर आशाओं ने भी अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए कमर कस ली है। कड़ाके सर्दी में वे सीएचसी पर दिन रात धरना दे रही है। यहां तक भी धरनास्थल पर ही वे अपने लिए खाना पका रही है। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें नही मानी जाएंगी उनका धरना खत्म नही होगा। अपनी मांगों को लेकर सोमवार से दिन रात मीरगंज सीएचसी पर धरना दे रही आशाओं की कोई सुध लेने वाला नही है। कड़ाके की सर्दी में वे धरने पर बैठी है। वे खाना भी सीएचसी परिसर मे बना रही है। धरने के दूसरे दिन भी कोई अधिकारी उनसे मिलने नही पहुंचा। हालांकि आशाओं को कहना है कि जब बैंक उनकी मांग नही मानी जाती वे धरना खत्म नहीं करेंगी। न ही उनके हौसले टूटने वाले है। आशा यूनियन की प्रदेश सचिव जयश्री गंगवार ने कहा कि आशाओं को रात मे भी गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए अस्पताल लेकर आना पड़ता है। सरकार आशाओं के काम के घंटे तय करें। उनका मानदेय तय कर राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। ब्लाक अध्यक्ष ममता गौड़ ने कहा कि सरकार आशाओं की मांगों के प्रति संवेदनशील नही है। उनका आंदोलन मांगें पूरी होने पर ही खत्म होगा। आशा कार्यकर्ता सोमवार से दिन रात कड़ाके की सर्दी में धरने पर बैठी है लेकिन कोई भी जिम्मेदार उनसे बात करने नही पहुंचा। इस दौरान विद्यावती, शीला देवी, अनीता देवी, लक्ष्मी, राजमाला, सोमवती, कुसुम देवी, गीतारानी आदि मौजूद रही।।
बरेली से कपिल यादव
