बरेली। एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार को एंटी पावर थेफ्ट थाना के प्रभारी निरीक्षक (इंस्पेक्टर) को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। उसने बिजली चोरी के मामले में पिता-पुत्र को जमानत देने के बदले यह रिश्वत ली थी। बिजली बिल बकाया होने के चलते थाना भमोरा के गांव आलमपुर जाफराबाद निवासी सुभाष शर्मा और उसके पिता रामऔतार शर्मा के कनेक्शन काटे गए थे। मगर 22 नवंबर को बिजली टीम जांच को पहुंची तो दोनों ही चोरी से बिजली जलाते पकड़े गए। इस पर सुभाष और रामऔतार दोनों के खिलाफ सिविल लाइंस स्थित एंटी पॉवर थेफ्ट थाने में अलग-अलग मुकदमे दर्ज कराए गए थे। इन मुकदमों में जमानत के लिए सुभाष व उसके पिता रामऔतार ने एंटी पॉवर थेफ्ट थाने के इंस्पेक्टर अरुण कुमार यादव से संपर्क किया तो उनसे रिश्वत की मांग की गई। इस पर सुभाष ने एंटी करप्शन से शिकायत कर दी। कार्रवाई की रणनीति तैयार होने के बाद मंगलवार दोपहर सुभाष ने एंटी पावर थेफ्ट थाने पहुंचकर इंस्पेक्टर अरुण को जैसे ही पांच हजार रुपये की रिश्वत दी, एंटी करप्शन टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर अरुण यादव को टीम कोतवाली लेकर पहुंची और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई। बुधवार को उसे कोर्ट में पेश करके जेल भेजा जाएगा। एंटी करप्शन थाना प्रभारी प्रवीण सान्याल ने बताया कि यह कार्रवाई इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में की गई है। आरोपी इंस्पेक्टर अरुण कुमार यादव जनपद हाथरस में थाना सिकंरादाराऊ के गांव हीरापुर का निवासी है।।
बरेली से कपिल यादव
