बरेली। मिशन शक्ति अभियान 5.0 के तहत शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हक की बात जिलाधिकारी के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान डीएम अविनाश सिंह ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के लाभार्थियों और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय सुभाषनगर की छात्राओं से संवाद किया। संवाद के दौरान कई छात्राओं ने सबसे पहले डीएम से आईएएस बनने के लिए कितनी देर तक पढ़ाई करने के बाबत सवाल पूछा। इस पर डीएम ने उत्तर देते हुए बताया कि आईएएस के लिए मन लगाकर कम से कम आठ से दस घंटे पढ़ाई करनी चाहिए। डीएम ने छात्राओं को बताया कि आईएएस बनने के बाद 14 से 16 घंटे काम करने के लिए भी तैयार रहना चाहिए। इसके बाद छात्राओं ने सिलेबस के बारे में पूछा तो डीएम ने बताया, इसके लिए अभी से आपको करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान, अखबार, न्यूज चैनल देखते रहना होगा। इसके बाद डीएम ने छात्राओं वुमेंस इंडियन क्रिकेट टीम के बारे पूछा कि टीम का कप्तान कौन है। कुछ बच्चों के सही जवाब दिया। ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पूछने पर जवाब सृष्टि मिश्रा ने दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति का भी कुछ बच्चों ने सही नाम बताया। सही जवाब देने वाली छात्राओं का डीएम ने उत्साहवर्धन भी किया। जिला प्रोवेशन अधिकारी ने महिला कल्याण विभाग की मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, विधवा पेंशन योजना के विषय में जानकारी दी। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के पात्रों ने डीएम को बताई समस्याएं मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ पा रहे बच्चों और उनकी मांओं ने योजना की सराहना की। साथ ही समस्याओं को डीएम के सामने बयां किया। डीएम ने भी उनकी समस्या को ध्यानपूर्वक सुना। बीना सिंह ने बताया कि वह अकेली ही दो बच्चों की देखभाल कर रही है। उनका गुजारा बाल सेवा योजना से मिल रहे पैसों से ही हो रहा है। बताया कि दो बच्चों की फीस देने के बाद उनके पास बचत नही हो रही है। जिससे उन्हें दिक्कत हो रही है।।
बरेली से कपिल यादव
