बरेली। जनपद के थाना बिथरी चैनपुर क्षेत्र में हुई डकैती के मामले मे पुलिस मुठभेड़ मे ढेर हुए एक लाख रुपये के इनामी कुख्यात डकैत इफ्तेकार उर्फ शैतान छैमार गिरोह का संचालन करता था। इस गिरोह की खास बात यह थी कि शादियों में जाने वाले बैंड पार्टियों में शामिल होकर भी रेकी करते थे। उसके बाद सही समय का इंतजार करते हुए पूरे गिरोह के साथ डकैती डालते थे। इतना ही नही लूट मे बाधा बनने पर मौत की नींद सुलाने मे जरा सा भी संकोच नही करते थे। पुलिस मुठभेड़ मे ढेर किए गए एक लाख रुपये के इनामी सरगना इफ्तेखार उर्फ शैतान का छैमार गिरोह अक्सर शादियों में बुकिंग होने वाले बैंड पार्टियों से लेकर खाना बनाने और अन्य कामों के बहाने शामिल होते थे। यहां पर शामिल होने का उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ रेकी करना होता है। शादी समारोह के दौरान ही किस स्तर की पार्टी है, पता लगाते हैं। इसके बाद मौका मिलते ही डकैती की वारदात को अंजाम देते थे। छैमार गिरोह के जानकार पुलिस कर्मियों की माने तो यह गिरोह ज्यादातर दूर दराज के जिलों में डकैती डालने को प्राथमिकता देते है। गिरोह के लोग गिरोह सड़क किनारे बने मकानों और परिवार में कम सदस्य या फिर बुजुर्ग लोगों के रहने जैसे एंगल पर काम करते हैं। मकान चिह्नित होने पर गिरोह अपने गिरोह के साथ डकैती की तैयारी करता है। इसके बाद डकैती करने के साथ हत्या जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम देते हैं। यही वजह है कि शैतान हर वारदात के बाद अपना नाम बदलता था। शैतान के खिलाफ सात जनपदों में हत्या, लूट, डकैती समेत 19 जघन्य आपराधिक मुकदमे भी दर्ज है। इनमें चार मामलों में इसने डकैती के दौरान गृहस्वामियों की हत्या को अंजाम दिया है। इनमें जनपद मेरठ और बरेली में दोहरा हत्याकांड जैसे वारदात शामिल रहे है। इस गिरोह की एक और खास बात है कि पुरुषों के साथ महिलाएं भी सूचनाएं जुटाने में सहयोग करती हैं। गिरोह के सदस्यों के परिवार की महिलाए दिन में मोहल्लों से लेकर कालोनियों में भीख मांगती है। इस दौरान इनका मुख्य मकसद रेकी करना होता है। पुरुषों के बताए गए बिदुओं पर पूरी गहनता से रेकी करती है। इतना ही नहीं गिरोह से जुड़ी महिलाएं अक्सर पीने के लिए पानी मांग कर परिवार की महिलाओं से बात करके उनसे उनके परिवार के लोगों की स्थिति जानने की कोशिश करती है। इसके बाद इस जानकारी को गिरोह तक पहुंचा देती है। ये महिलाएं आधा दर्जन मकानों को चिह्नित कर सूचनाएं जुटाती है। इसके बाद गिरोह के सदस्य सुविधानुसार डकैती डालने के लिए समय और मकान फाइनल करते है। बिलवा पुल के पास बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडे, इज्जतनगर थाना प्रभारी बिजेन्द्र सिंह, भोजीपुरा थाना प्रभारी प्रवीन सोलंकी, शीशगढ़ थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच कर कई घंटे तक घटनास्थल की हर बिंदु पर गहनता से जांच की। वहां पर आने-जाने वाले लोगों से पूछताछ कर जानकारी जुटाने का प्रयास किया। मुठभेड की विवेचना शीशगढ़ थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह को सौंपी गई है।।
बरेली से कपिल यादव