बरेली। जनपद मे पहली बार जम्मू-काश्मीर की तर्ज पर साजिश कर उपद्रवियों ने हर एक झुंड मे बच्चों को आगे किया था। उपद्रवियों ने बच्चों को आगे कर पुलिस पर पथराव किया। यही नही लोगों ने गली से लेकर छतों तक से पुलिस पर पथराव कर उपद्रवियों का साथ दिया। पुलिस वीडियो के जरिये सभी को चिन्हित कर रही है। उपद्रवियों ने अपने बचाव के लिए प्रदर्शन में छोटे बच्चों को आगे किया जिससे पुलिस उन पर लाठीचार्ज न कर पाए। छोटे बच्चों का ही सहारा लेकर पूरा प्रदर्शन किया जा रहा था। पुलिस को आशंका है कि इस उपद्रव के पीछे कोई एक दो नहीं बल्कि कई लोगों का हाथ हो सकता है। पुलिस के पास पूरे घटनाक्रम की 170 से अधिक सीसीटीवी और वीडियो फुटेज हैं, जिनके आधार पर पुलिस लोगों को चिह्नित कर रही है। पुलिस को पास लोकल इंटेलीजेंस के माध्यम से यह इनपुट पहले ही आ गया था कि प्रदर्शन में छोटे बच्चों को शामिल किया जाएगा। इस पर पुलिस ने दो-तीन दिन पहले से ही लोगों को यह समझाना भी शुरू कर दिया था कि किसी भी प्रदर्शन, रैली या पोस्टर बैनर लेकर अपने छोटे बच्चों को नहीं भेजना है। पुलिस ने हर तरह से लोगों को समझाने का प्रयास किया। यह भी बताया था कि अगर कोई बवाल हुआ तो उसके लिए छोटे बच्चे नहीं बल्कि उन्हें भेजने वाले माता-पिता और उन्हें साथ ले जाने वाले लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद भी लोग नहीं माने और छोटे बच्चे प्रदर्शन में शामिल हुए। सबसे पहले 2:30 से तीन बजे के आस-पास कुछ किशोर महादेव पुल की तरफ से आइ लव मुहम्मद का पोस्टर लेकर एक यात्रा के रूप में इस्लामिया की तरफ बढ़ाना शुरू हुए तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया मगर वह पुलिस से बहस करने लगे लेकिन पुलिस ने रोकने का प्रयास भी किया। इस दौरान एसपी क्राइम से भीड़ की नोक-झोंक भी हुई लेकिन जुलूस के रूप से भीड़ नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ती पहुंचे गई। मामला बढ़ता देख वहां एसएसपी अनुराग आर्य ने पुलिस फोर्स के साथ उपद्रवियों पर जमकर लाठी चार्ज किया। जिससे वहां पर अफरा-तफरी के साथ भगदड़ मच गई। लोग नारेबाजी करते हुए वहां से नदारद हो गए।।
बरेली से कपिल यादव