बरेली। आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने बवाल के बाद शुक्रवार की रात करीब 10:30 बजे वीडियो जारी कर बयान में कहा कि पुलिस-प्रशासन ने जिले का माहौल खराब करने का प्रयास किया। मुसलमान पर जान-बूझकर लाठियां चलाई। पैगंबर इस्लाम के नाम पर अगर हमे गोली मार दी जाए तो भी कोई गम नही। कार्यक्रम मे शामिल घायल हुए लोगों को मुबारकबाद होने आए और पुलिस की पिटाई से दी है। तौकीर राजा खान ने 6:30 मिनट का वीडियो सोशल मीडिया पर जारी कर कहा। मुझे अफसोस इस बात का है कि मैंने अमन का रास्ता अपनाया थाज अपनी बात रखने और परेशानी के लिए राष्ट्रपति को ज्ञापन देने का कार्यक्रम बनाया था। वह रात में फाइक इन्क्लेव कॉलोनी में अपने दोस्त के यहां रुक गए। इस दौरान मेरा फर्जी लेटर पैड बनाकर अखबारों में खबरें छाप दी गई कि मौलाना तौकीर रजा का कार्यक्रम निरस्त हो गया। लोगों को गुमराह करने की कोशिश की गई। मैं बरेली के अमन पसंद हिंदू भाइयों को भी मुबारकबाद देता हूं। जिन्होंने उनके कार्यक्रम का कोई विरोध नही किया। मैं अभी तक हाउस अरेस्ट हूं। मुझे निकलने नही दिया जा रहा है। मुझे खुशी होगी अगर मुझे गिरफ्तार कर लिया जाए। वही बरेली मे लाठीचार्ज के कुछ ही घंटों में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक्स (ट्विटर) पर लिखा कि सरकार द्वारा ताकत का इजहार करना उसकी कमजोरी की निशानी होता है। सरकारें लाठी चार्ज से नही सौहार्द सद्भाव से चलती है। यह घोर निंदनीय है। वही मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर जुटी भारी भीड़ मे शामिल अराजक तत्वों के पुलिस पर पथराव करने के बाद लाठीचार्ज हुआ। कई लोग घायल हुए। बवाल की सूचना मिलने पर जिला अस्पताल प्रबंधन भी अलर्ट हो गया और इमरजेंसी मे दो मेडिकल ऑफिसर को तैनात कर दिया। इस संबंध में इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डा. एके सिंह ने बताया कि लाठीचार्ज मे घायल हुए तीन लोग इलाज के लिए पहुंचे। जांच की गई तो कोई भी गंभीर घायल नही था, प्राथमिक उपचार फौरन दिया गया। इसके बाद मरीज चले गए।।
बरेली से कपिल यादव