बरेली। यूपी के कानपुर मे जश्ने ईद-मिलादुन्नबी पर आई लव मुहम्मद के बैनर लगाने वालो पर एफआईआर का मुद्दा तूल पकड़ गया है। कानपुर पुलिस की कार्रवाई की आलोचना के बीच आई लव मुहम्मद का ट्रेंड चल पड़ा। इस कड़ी मे शुक्रवार को जुमा की नमाज के बाद कई जगहों पर इस स्लोगन के बैनर-पोस्टर लगाए गए। दरगाह आला हजरत के संगठन जमात रजा-ए-मुस्तफा के पदाधिकारी मोईन खान के नेतृत्व मे शहर के मुहल्ला जखीरा, आजमनगर, बिहारीपुर, कोहाड़ापीर, गुलाबनगर, शहामतगंज, किला, जोगीनवादा फरीदपुर रोड, हजियापुर, सैदाना, सैटेलाइट समेत कई जगहों पर आई लव मुहम्मद के बैनर-पोस्टर लगाए गए है। मोईन खान ने कहा कि ये मुहम्मद और आस्था का संदेश है न किसी व्यक्ति, धर्म के खिलाफ हमारा मकसद अपने नबी से मुहब्बत का इजहार करना है। इंसाफ, शांति, मुहब्बत, भाईचारा और इंसानियत के उनके सबक पर अमला करना है। कानपुर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि हमारा अमल कानून और संविधान के दायरे मे है। उसी दायरे मे रहकर शांतिपूर्वक तरीके से अपने नबी से मुहब्बत का प्रदर्शन करते रहेंगे। समाज के लोगों से भी अपील है कि वे अफवाहों से बचें। समाज मे भाईचारा, आपसी मुहब्बत और शांति बनाए रखें। कानून का सम्मान करें। कानपुर की घटना पर मस्जिदों मे तकरीर हुई। कंघी टोला की नूरी रजा मस्जिद के इमाम शहनवाज ने कहा कि इश्के नबी कब से अपराध बन गया? हालात ये है कि आई लव मुहम्मद लिखने पर एफआईआर दर्ज कर दी जाती है। ऐसा करके लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही है। कानून का मजाक बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चाहें लाख एफआईआर दर्ज कर दी जाएं। फिर भी हमारा रोम-रोम आई लव मुहम्मद कहता रहेगा।।
बरेली से कपिल यादव