बरेली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने बाराबंकी के रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय मे हुए लाठीचार्ज के विरोध मे गुरुवार को कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। इसके बाद पदाधिकारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट अलंकार अग्निहोत्री को ज्ञापन सौंपा। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों और कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने अवैध रूप से लाठीचार्ज किया। एबीवीपी के महानगर मंत्री आनंद कठेरिया ने इस घटना को अत्यंत निंदनीय व अमानवीय बताया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में विधि पाठ्यक्रम (लॉ कोर्स) का संचालन बगैर उचित नवीनीकरण और अनुमति के किया जा रहा था। जिससे विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा था। उन्होंने बताया कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने अभी हाल ही में विश्वविद्यालय को सशर्त (प्रोविजनल) अनुमति दी है, जो इस बात का सबूत है कि यह पाठ्यक्रम पहले अवैध रूप से चल रहा था। एबीवीपी की विभाग संगठन मंत्री अवनी यादव ने मुख्यमंत्री से तत्काल कार्रवाई करने की अपील करते हुए दोषियों पर कार्रवाई और विश्वविद्यालय पर जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज में शामिल पुलिसकर्मियों और बाहरी गुंडों पर मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए। विधि पाठ्यक्रम के अवैध संचालन की गहनता से जांच की जाए। इसके अलावा, विलंब शुल्क, सामाजिक कल्याण शुल्क और अन्य निर्धारित मानकों की भी जांच की जाए। श्रेयांश वाजपेयी ने प्रदर्शन मे शामिल दो छात्रों को बिना किसी चेतावनी के निष्कासित करने के मामले मे भी कार्रवाई की करने की मांग की। उच्च शिक्षा परिषद के सचिव की दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर श्री रामस्वरूप विश्वविद्यालय पर तुरंत कार्रवाई शुरू हो। इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने लगभग छह बीघा सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया है। इसकी भी जांच होनी चाहिए। एबीवीपी ने चेतावनी दी है कि यदि 48 घंटों के भीतर इन मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो वह प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू करने के लिए मजबूर होंगे। प्रदर्शन के दौरान दीपांशु चौधरी, विपिन शर्मा, निखिल चौधरी, हर्षित चौधरी, माधव महेश्वरी, नितिन चौधरी, हर्षित यादव, केशव कनौजिया, लकी शर्मा आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव