बरेली। थिएटर अड्डा में रंगालय एकेडेमी ऑफ आर्ट एंड कल्चर द्वारा आयोजित तृतीय 15 दिवसीय थिएटर फेस्ट का आयोजन खुशहाली सभागार में किया गया। इस फेस्टिवल के तहत नोवे दिन युथ थिएटर शाहजहांपुर ने अपना नाट्य प्रस्तुति “कहानी” का मंचन किया, जिसने दर्शकों का मन मोह लिया।
नाटक “कहानी” एक ऐसे लेखक की कहानी कहता है जो अपने रचित साहित्य को यथार्थ में देखना चाहता है। परंतु, वह यह नहीं जान पाता कि कल्पना और वास्तविकता के बीच एक अनजानी और अघोषित दुश्मनी सदैव बनी रहती है। नाटक में यह विचार अत्यंत रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया कि कैसे लेखक के अपने रचित पात्र उसके सामने जीवित होकर आते हैं और उससे सवाल पूछने लगते हैं। पात्र पूछते हैं कि लेखक ने उनकी छवि अपनी कलम के माध्यम से इस तरह क्यों गढ़ी कि उनके साथ अन्याय हो गया। इस संवाद के दौरान लेखक पात्रों की भावनाओं, संवेदनाओं और उनके दर्द के जाल में फंस जाता है।
स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब लेखक, अपनी जिम्मेदारी और न्याय की आवश्यकता को समझते हुए, खुद का वजूद बलिदान कर देता है ताकि अपने रचित पात्रों के साथ न्याय हो सके। इस कथा-नीति के माध्यम से नाटक ने दर्शकों को अंत तक बांधे रखा तथा विचारों का एक गहरा संवाद प्रस्तुत किया। लेखक और निर्देशक शादान खान की काबिलियत और निर्देशन ने नाटक के हर दृश्यों को जीवंत और प्रभावशाली बना दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत रंगालय थियेटर के प्रमुख संयोजक अनिल अग्रवाल और डॉ. विनोद पागरानी द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई, जिससे इस सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ हुआ। कल भी यूथ थिएटर शाहजहांपुर का नाटक “आखरी रंग” मंचित किया जाएगा।