बरेली। जनपद के थाना इज्जतनगर यांत्रिक कारखाना मे शनिवार सुबह मरम्मत के दौरान एसएलआर कोच मे आग लगने से महिला कर्मचारी झुलस गई थी। दूसरी तरफ झुलसी महिला कर्मचारी को अस्पताल ले जाने से पहले रेलवे यूनियनों के बीच खींचतान से कर्मचारी खफा है। महिला कर्मचारी को अस्पताल ले जाने के बजाय नारेबाजी का अंदरखाने विरोध किया जा रहा है। वही रेलवे यूनियनें हादसे की वजह जल्द से जल्द काम निपटाने का दबाव बनाने को बता रही है। एनई मेंस कांग्रेस के नेता रजनीश तिवारी ने बताया कि हादसे को लेकर मुख्य कारखाना प्रबंधक से मुलाकात की जाएगी। पूरे मामले में किसी भी प्रकार की राजनीति नही करना चाहते हैं। एडब्लूएम योगेंद्र शर्मा पर कार्रवाई की मांग की है। पूर्वोत्तर रेलवे कार्मिक यूनियन के मंडल मंत्री आरडी शर्मा ने बताया कि सोमवार को मुख्य कारखाना प्रबंधक अशोक कुमार से मुलाकात करेंगे। उनके सामने मांग रखी जाएगी कि जो जिस विभाग का काम है उसी विभाग में कराया जाए ताकि सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों के साथ खिलवाड़ नही किया जा सके। उन्होंने बताया पिछले महीने भी एक कर्मचारी चोटिल हुआ था जबकि 15 साल पहले बिल्कुल इसी तरह के हादसे में एक महिला कर्मचारी की मौत तक हो गई थी। उन्होंने कहा कि अधिकारी अक्सर जल्दी काम करने का दबाव बनाते है। जिसकी वजह से इस तरह के हादसे होते है। लिहाजा कर्मचारियों को काम करने के लिए समय दिया जाना चाहिए। वही शनिवार को रेलवे वर्कशॉप इज्जतनगर की कैरिज रिपेयर शाप मे लाइन नंबर तीन पर एसएलआर कोच की रिपेयरिंग की जा रही थी। पेंट शॉप में तैनात 50 साल की महिला कर्मचारी निर्मला देवी पीवीसी का काम कर रहीं थीं। ज्वलनशील केमिकल से कोच के फर्श पर शीट चिपका रही थी जबकि पेंटिंग का काम भी साथ में किया जा रहा था। दूसरी तरफ कोच के नीचे कुछ कर्मचारी वेल्डिंग का काम कर रहे थे। नीचे से चिंगारी किसी तरह ऊपर तक पहुंची और केबिन में आग लगने से देवी के कपड़ों ने आग पकड़ ली। जिससे उनके कमर के नीचे का हिस्सा जल गया। महिला कर्मचारी का इलाज भोजीपुरा स्थित मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। जिस तरह का गंभीर मामला शनिवार को यांत्रिक कारखाना मे पेश आया। उसमें दोषी को मेजर चार्जशीट मिल सकती है। हालांकि मुख्य कारखाना प्रबंधक ने अधिकारियों की एक संयुक्त जांच कमेटी का गठन कर दिया है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव