बरेली। उर्स-ए-रजवी व उर्स-ए-अमीन-ए-शरीअत के दूसरे दिन मंगलवार को मरकजी मस्जिद बीबी जी में रात 9 बजे मुफ्ती-ए-आजम हिंद कॉन्फ्रेंस ऑल इंडिया रजा एक्शन कमेटी (आरएसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रजा कादरी की सरपरस्ती में हुई। उन्होंने तालीम और पर्दे को अपनाने और नशाखोरी जैसी बुराइयों से बचने की नसीहत की। मौलाना ने कहा कि मुस्लिम बच्चियों के ईमान और जान की हिफाजत के लिए सामूहिक निकाह की जो मुहिम शुरू की गई है, उसको इस साल भी बड़े पैमाने पर जारी रखा जाएगा। मुफ्ती ए आजम कॉन्फ्रेंस का आगाज मुफ्ती उमर रजा ने कुरान पाक की तिलावत से किया। इसके बाद नातो-मनकबत के नजराने पेश किए गए और उलमा ने तकरीरें की। मौलाना अदनान रजा कादरी ने कहा कि मुसलमान अपने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दें। शादियों में फिजूल खर्च और गैरजरूरी रस्मों से बचें और अपनी मेहनत की कमाई को बच्चों की पढ़ाई पर लगाएं ताकि उनके बच्चे बड़े होकर न सिर्फ अपने खानदान की बल्कि पूरी कौम की खिदमत कर सकें। उन्होंने महिलाओं और बच्चियों के पर्दा करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी बच्चियों की हिफाजत पर बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। उन्हें पढ़ाएं जरूर मगर उनकी इज्जत पर ध्यान दें। आगे कहा कि इस्लाम में सिर्फ शराब ही नहीं बल्कि हर तरह का नशा हराम है। यह इमान, सेहत और कमाई को खा जाता है। उन्होंने कहा कि कहा कि फ्रूट बीयर जैसे नामों से नौजवानों को शराब का आदी बनाने की साजिश रची जा रही है। इसी तरह जुये की भी नई-नई किस्में ईजाद करके कौमो-मिल्लत को बर्बाद करने के मंसूबे बनाए जा रहे हैं। कॉन्फ्रेंस में मुफ्ती उमर रजा, सय्यद शबाहत मियां, सय्यद फरमान मियां, अहमद-उल-फत्ताह फैजाबादी, मुहम्मद अली फैजी, मीर हसन मुस्तफाई, अकील सिद्दीकी, हाफिज इमरान रजा बरकाती, मौलाना कमरुज्जमा, राजू बाबा, मोहम्मद जुनैद, सय्यद मुशर्रफ हुसैन, हनीफ अजहरी, सईद सिब्तेनी, नज्म बरकाती, मुफ्ती आमिर जफर समेत बड़ी तादाद में आरएसी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव