बरेली। मथुरापुर स्थित मदरसे मे तीन रोजा उर्स-ए-रजवी के कार्यक्रम शुरू हो गए है। आला हजरत की मोहब्बत मे देशभर से जायरीन खिंचे आ रहे हैं। जमात रजा ए मुस्तफा की ओर से सिटी स्टेशन से मथुरापुर तक जायरीन के लिए फ्री बस सेवा शुरू कर दी गई है। जमात रजा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उर्स प्रभारी सलमान हसन खान (सलमान मियां) ने बताया कि देश विदेश के जायरीन उर्स में शामिल होने के लिए पहुंच चुके हैं। राष्ट्रीय महासचिव फरमान हसन खान (फरमान मियां) ने बताया कि उर्स में आने वाले जायरीन के लिए बड़ी संख्या में लंगर का आयोजन किया गया है। फ्री मेडिकल कैंप भी मदरसा परिसर में लगाए गए हैं। मदरसे में सजावट को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। 19 अगस्त की सुबह को मदरसा जामियातुर्रजा में कुरानख्वानी का आयोजन किया जाएगा। उसके बाद नाते मनकबत की महफिल सजाई जाएगी। शाम को 7 बजकर 14 मिनट पर ताजुश्शरिया के कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी। रात में इमाम अहमद रजा कॉन्फ्रेंस होगी। रात 1 बजकर 40 मिनट पर मुफ्ती ए आजम के कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी। 20 अगस्त को दोपहर 2:38 बजे आला हजरत के कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी। डॉ. मेहंदी हसन, हाफिज इकराम, शमीम अहमद, मोईन खान, नदीम सुव्हानी, आबिद नूरी, कारी मुर्तजा, कारी वसीम, कौसर अली, यासीन खान, मो. जुनैद रजा, सय्यद रिजवान, अब्दुल सलाम, गुलाम हुसैन, दन्नी अंसारी आदि मौजूद रहे। जमात रजा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान मियां ने बताया कि इमाम आला हजरत अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी वो शख्सियत थे, जिनके इल्म ने पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया। उन्होंने बताया कि आला हजरत सिर्फ दीन के आलिम ही बल्कि गणित, विज्ञान, अर्थशास्त्र समेत 55 विषयों में माहिर थे। दुनिया की लगभग 100 यूनिवर्सिटी में आला हजरत के कारनामों पर रिसर्च हो चुकी है। फरमान मियां बताते है कि आला हजरत ने कुरान के 30 पारे सात घंटे में याद कर लिए थे। आला हजरत का कहना था कि कोई भी शख्स मुझको कोई किताब एक बार पढ़कर सुना दे और फिर मैं उसे हूबहू सुना दूंगा।।
बरेली से कपिल यादव