योगी सरकार गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹700 रुपए कुंतल तत्काल घोषित करें-भगत सिंह वर्मा
सहारनपुर -आज यहां पेपर मिल रोड कार्यालय पर एक बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि अभी भी जिले की तीन चीनी मिलों पर 158 करोड रुपए से अधिक गन्ना भुगतान बकाया है। पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज जिले की आठ चीनी मिलों पर लगभग 700 करोड रुपए ब्याज बकाया है। शुगर कंट्रोल ऑर्डर 1966 भारत सरकार के नियम के अनुसार जो चीनी मिल गन्ना किसानों को 14 दिन के अंदर गन्ना भुगतान नहीं करती हैं उन्हें 15% वार्षिक ब्याज गन्ना किसानों को भुगतान करना चाहिए। जिस दिन भारत सरकार के नियम का पालन करके चीनी मिल मालिक गन्ना किसानों का ब्याज का भुगतान कर देंगे उस दिन सभी चीनी मील 14 दिन के अंदर गन्ना किसानों को भुगतान कर देंगे। माननीय हाई कोर्ट व माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी गन्ना किसानों को ब्याज का भुगतान करने के आदेश किए हुए हैं। लेकिन केंद्र सरकार प्रदेश सरकार गन्ना विभाग गन्ना किसानों को ब्याज का भुगतान करने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। गन्ना किसान 1 वर्ष तक गन्ना उत्पादन करके चीनी मिलों में डाल देते हैं। फिर चीनी मिल मालिकों की मर्जी है कि वे जब चाहे गन्ने का भुगतान करें। राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि गन्ना उत्पादन महंगाई के कारण लगातार बढ़ती जा रही है। इसके बावजूद भी प्रदेश के गन्ना किसानों को गन्ने का लाभकारी मूल्य तो दूर गन्ने का लागत मूल्य भी सरकार नहीं दिला पा रही है। गन्ना भुगतान न होने के कारण किसानों के सामने भारी आर्थिक संकट पैदा हो गया है। गन्ना किसानों के पास अपने बुजुर्ग मां-बाप की दवा के भी पैसे नहीं है। और बच्चों की फीस के भी पैसे नहीं है। बैंकों से पहले ही काफी कर्ज गन्ना किसानों ने लिया हुआ है। भगत सिंह वर्मा ने माननीय मुख्यमंत्री योगी जी से मांग करते हुए कहा कि पिछले वर्ष का बकाया गन्ना भुगतान चीनी मिलों से तत्काल गन्ना किसानों को दिलाया जाए। और पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज अविलंब गन्ना किसानों को दिलाया जाए। उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों की बढ़ती हुई लागत को देखते हुए गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹700 रुपए कुंतल तत्काल घोषित किया जाए। बैठक की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय सलाहकार रजत शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश में सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य है। प्रदेश सरकार की उपेक्षा के कारण प्रदेश के गन्ना किसानों का गन्ना उत्पादन से मोहभंग होता जा रहा है। संचालन करते हुए मंडल मीडिया प्रभारी दुष्यंत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी जी को तत्काल प्रभाव से गन्ना किसानों की समस्याओं को हल करना चाहिए। बैठक में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद जहीर तुर्की प्रदेश सचिव रिशिपाल गुर्जर प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित नीरज कपिल प्रदेश सचिव मोहम्मद वसीम जिला संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह एडवोकेट जिला उपाध्यक्ष वसीम जहीरपुर जिला मंत्री महबूब हसन हाजी सुलेमान हाजी बुद्धू हसन आदि ने भाग लिया।
– सहारनपुर से रविश आब्दी
सहारनपुर जिले की तीन चीनी मिलों पर 158 करोड रुपए गन्ना भुगतान बकाया-भगत सिंह वर्मा
